
महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक संकट के बीच अजीत पवार 27 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. आज उनका दूसरा कोविड टेस्ट हुआ जिसमें वे एक बार फिर पॉजिटिव हो गए हैं. अजीत पवार (62) दूसरी बार कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं. इससे पहले वह अक्टूबर 2020 में संक्रमित हुए थे. हो सकता है अब वे 3 और 4 जुलाई को विधानसभा सत्र में उपस्थित न हों. बता दें कि अजीत पवार ने सोमवार को ट्वीट कर खुद इस बारे में जानकारी दी थी.
पहले टेस्ट के बाद खुद दी थी जानकारी
उन्होंने ट्वीट किया, मैंने कोविड-19 की जांच कराई, जिसमें मैं कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया हूं. मैं ठीक महसूस कर रहा हूं और अपने चिकित्सकों से सलाह ले रहा हूं. आप सभी की शुभकामनाओं से मैं जल्द ही कोरोना वायरस को मात देकर इसके संक्रमण से ठीक हो जाऊंगा और अपना काम शुरू कर दूंगा. मेरे संपर्क में आए सभी लोगों से मैं तुरंत जांच कराने की अपील करता हूं.
बता दें कि पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी भी कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे. कोश्यारी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और रविवार को उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई थी.
अजित पवार का भाषण नहीं होने पर एनसीपी ने जताई थी नाराजगी
गौरतलब है कि जून महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक दिवसीय महाराष्ट्र दौरे पर थे. उन्होंने सबसे पहले पुणे के देहू गांव पहुंचकर संत तुकाराम की मूर्ति और मंदिर का उद्घाटन किया था. इसके बाद पीएम का संबोधन भी हुआ. मगर, इस कार्यक्रम में तब के महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार का भाषण तय प्रोग्राम की सूची में नहीं था. इसी मसले पर एनसीपी ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला बोला था.
एनसीपी की सांसद सुप्रिया सुले ने नाराजगी जताई थी. उन्होंने कहा था कि यह महाराष्ट्र का अपमान है. सुप्रिया सुले और एनसीपी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. बताते चलें कि पुणे के देहू में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार एक ही मंच पर थे. यहां प्रधानमंत्री और देवेंद्र फडणवीस का मंच पर भाषण हुआ. लेकिन अजित पवार का भाषण नहीं होने पर एनसीपी ने नाराजगी जताई थी.