
राजस्थान के उदयपुर की तरह महाराष्ट्र के अमरावती में नृशंस हत्या के मामले ने सभी को झकझोर कर रख दिया. यहां केमिस्ट उमेश कोल्हे की हत्या के मामले में NIA ने जांच अपने हाथ में ले ली है. पुलिस सभी आरोपियों को अज्ञात जगह पर ले जाकर पूछताछ कर रही है. इतना ही नहीं पुलिस ने उमेश कोल्हे की हत्या में इस्तेमाल बाइक भी बरामद कर ली है. आरोपियों ने इस बाइक को हत्या को अंजाम देने के बाद जंगल में छिपा दी थी. पुलिस ने मोबाइल फोन को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है. आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन को भी फॉर्मेट कर दिया था.
क्या है मामला?
उदयपुर की तरह अमरावती में भी नूपुर शर्मा के पोस्ट का समर्थन करने पर केमिस्ट की हत्या कर दी गई. इसी तरह का मामला हाल ही में राजस्थान में सामने आया था. जहां उदयपुर में नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने पर टेलर कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई. नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर विवादित टिप्पणी की थी. दोनों मामलों में गृह मंत्रालय ने जांच को एनआईए को सौंप दी है.
इससे पहले पुलिस ने दावा किया था कि उमेश की मौत का संबंध नूपुर शर्मा के समर्थन में की गई पोस्ट से है. उधर, एनआईए की टीम रविवार सुबह अमरावती पहुंची. पुलिस ने इस मामले में अब तक 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उधर, अमरावती की कोर्ट ने उमेश की हत्या के मास्टरमाइंड इरफान खान को 7 दिन की हिरासत में भेज दिया है.
ये 7 आरोपी हुए गिरफ्तार
पुलिस ने अब तक 7 आरोपियों इरफान खान, मुदस्सर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक, शोएब खान, आतिब रशीद और यूसुफ खान को गिरफ्तार किया है. इनमें से चार आरोपी इरफान खान के दोस्त थे और उसके एनजीओ में काम करते थे.
इरफान खान पर ही कोल्हे की हत्या की साजिश रचने का आरोप है. इसके साथ ही उसने अन्य आरोपियों को काम सौंपे थे, उन्हें वाहन और पैसे दिए थे. यूसुफ खान एक वेटरनरी डॉक्टर है. वहीं, कोल्हे वेटरनरी मेडिकल स्टोर चलाते थे. पुलिस के मुताबिक, दोनों के व्यापारिक संबंध थे.
क्यों हुई कोल्हे की हत्या?
कोल्हे ने एक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वेटरनरी डॉक्टर्स का एक ग्रुप बनाया था. इसमें यूसुफ खान भी था. पुलिस के मुताबिक, इस ग्रुप पर कोल्हे द्वारा नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने से यूसुफ खान नाराज था. इसके बाद उसने दूसरे आरोपियों को हत्या के लिए उकसाया. इतना ही नहीं यूसुफ खान और कोल्हे दोस्त थे. उमेश कोल्हे की मौत के बाद यूसुफ खान उनके अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ था.
लेकिन तकनीकी सबूतों के आधार पर पुलिस ने यूसुफ खान को गिरफ्तार किया है. उधर, कोल्हे के महेश ने इस मामले की सुनवाई फास्ट ट्रेक कोर्ट में करने की मांग की है.
21 जून को हुई थी हत्या
उमेश कोल्हे की हत्या 21 जून को अमरावती के घंटाघर के श्याम चौक इलाके में हुई थी. पुलिस के मुताबिक, आरोपियों ने कोल्हे की गर्दन पर चाकू से वार किया था. हमले के वक्त उमेश बाइक से अपने घर लौट रहे थे. पुलिस ने बताया था कि यह हत्या नूपुर शर्मा के समर्थन में पोस्ट करने को लेकर हुई.