
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के बीच सीट बंटवारे को लेकर बैठक हुई. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने दिल्ली में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से सीट शेयरिंग फॉर्मूले पर चर्चा की. यह बैठक करीब 15 मिनट तक चली.
विधानसभा की 288 में से 215 सीटों के बंटवारे पर सहमति बन पाई है. संभावना है कि कांग्रेस 111 और एनसीपी 104 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. बाकी 73 सीटों को लेकर मामला फंसा हुआ है.
बहरहाल, शरद पवार के सामने चुनौतियां कम नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी के नेता एक-एक करके शिवसेना या बीजेपी का दामन थाम रहे हैं. एनसीपी छोड़ने वाले नेताओं की लाइन लगी हुई है.
शरद पवार को आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बड़ा झटका लगा है. एनसीपी के तीन बड़े नेताओं ने पार्टी का दामन छोड़ भारतीय जनता पार्टी ज्वॉइन कर लिया है.
पूर्व सांसद धननजय भीमराव महादिक, उस्मानाबाद से एनसीपी विधायक राणा जगजीत सिंह और माण खटाव विधानसभा से एनसीपी विधायक जयकुमार गोरे ने पार्टी से त्यागपत्र देकर बीजेपी का दामन थाम है.
मालूम हो कि बीते दिनों शरद पवार ने उनकी पार्टी छोड़ दूसरी पार्टियों में शामिल हुए नेताओं को ‘कौआ' बताया था, साथ ही कहा था कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनावों में नए चेहरे उतारने पर विचार कर रही है.
बता दें कि अब तक एनसीपी के कई विधायक व नेता बीजेपी और शिवसेना में शामिल हो चुके हैं. पार्टी छोड़ने को लेकर शरद पवार ने कहा था कि हमें अब कौओं के बारे में चिंता करने के बजाय चुनाव से पहले पार्टी कार्यकर्ताओं पर ध्यान देना चाहिए.