
सरकारी नौकरी और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर आज कई संगठनों ने महाराष्ट्र बंद बुलाया है. मराठी क्रांति मोर्चा समेत कई संगठनों के बंद के कारण पूरे राज्य में सुरक्षा इंतजाम को पुख्ता किया गया है.
गौरतलब है कि मराठा संगठनों के विरोध प्रदर्शन के चलते पिछले महीने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी नजर आई थी. इसी कारण सरकार कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती है. पुणे की 7 तहसीलों में इंटरनेट की सुविधा को बंद कर दिया गया है. इसके अलावा पुणे में बस सर्विस भी बंद है.
एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने महाराष्ट्र बंद के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर त्वरित कार्यबल की छह कंपनियां और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल तथा राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक-एक कंपनी तैनात की है. उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर पुलिस की मदद के लिए होमगार्ड के जवान भी तैनात किये जा रहे हैं.
अधिकारी के मुताबिक, पुलिस ने कार्यकर्ताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और कानून व्यवस्था को हाथ में नहीं लेने की अपील की है. पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगी.
राज्य के मुख्य सचिव डी के जैन ने बंद से पहले सुरक्षा उपायों की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपनगरीय रेल सेवा सुचारु ढंग से चले तथा स्कूल एवं अन्य सेवाएं प्रभावित न हों.
पहले बंद में मुंबई और ठाणे को शामिल नहीं किया जा रहा था, लेकिन बाद में कुछ संगठनों ने यहां भी बंद की बात कही. बंद को देखते हुए औरंगाबाद, पुणे, मुंबई में कई जगह स्कूल बंद किए गए हैं.
बुधवार को सकल मराठा समाज के नेता अमोल जाधवराव ने कहा, 'यह राज्यव्यापी बंद होगा, जिसमें नवी मुंबई शामिल नहीं होगा. इस बंद से सभी आवश्यक सेवाओं, स्कूलों और कॉलेजों को अलग रखा गया है. कुछ संवेदनशील मुद्दों के कारण नवी मुंबई में बंद नहीं करने का निर्णय किया गया है.' महाराष्ट्र के कुछ हिस्से खासकर नवी मुंबई के कोपरखैरने और कलमबोली में पिछले महीने मराठा आरक्षण आंदोलन के दौरान हिंसा हुई थी.