
महाराष्ट्र बीजेपी की सांसद और गोपीनाथ मुंडे की बेटी प्रीतम मुंडे पहलवानों के सपोर्ट में आ गई हैं. उन्होंने गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि एक सांसद के तौर पर ही नहीं बल्कि एक महिला के तौर पर भी मेरी उन महिला खिलाड़ियों में दिलचस्पी है. उन्होंने कहा कि जब इस तरह के आरोप लगे हैं तो इसकी समय पर जांच होनी चाहिए थी, सच सामने आना चाहिए था. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से किसी ने भी उन महिला खिलाड़ियों से संपर्क करने नहीं किया, जो होना चाहिए था.
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले पहलवानों के पक्ष में आ गईं हैं. रेसलर्स के सपोर्ट में ममता की पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) ने कोलकाता की सड़कों पर पैदल मार्च निकाला. इसमें ममता बनर्जी भी शामिल हुईं. इस मार्च के साथ ही ममता पहलवानों के लिए सड़कों पर उतरकर मार्च निकालने वाली पहली सीएम बन गई हैं.
इस दौरान उन्होंने कहा, 'बीजेपी नेता होने के कारण आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा रही है. यह देश के लिए शर्म की बात है. वे (पहलवान) हरिद्वार गए, लेकिन दोषी की गिरफ्तारी नहीं हुई. गिरफ्तारी की मांग को लेकर हमारा धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा. हमें अपने खिलाड़ियों पर गर्व है. हमने आने वाले दिनों में विरोध जारी रखने का फैसला किया है. हमने उनसे बात की है, हमारी टीम उनका समर्थन करने वहां जाएगी. पहलवानों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर टीएमसी कल कैंडल मार्च निकालेगी.'
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे भी पहलवानों के समर्थन में आगे आए हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर महिला पहलवानों की मांगों पर ध्यान देने की अपील की है. राज ठाकरे ने पत्र में कहा है कि जिन महिला पहलवानों को हम गर्व से 'अपने देश की बेटियां' कहते हैं. जिनकी मेहनत से देश को कुश्ती के खेल में कई पदक मिले हैं, वे गुहार लगा रही हैं.
राज ठाकरे ने आगे कहा कि महिला पहलवानों ने भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है. पीड़ित केवल सरकार से एक आश्वासन की मांग कर रहे हैं. उनकी इस लड़ाई में किसी भी 'बाहुबली' के दबाव के बिना उन्हें न्याय मिलना चाहिए. मुझे उम्मीद है कि ऐसा कोई काम दोबारा नहीं होगा, जैसा 28 मार्च को हुआ. पीएम मोदी उनकी बात सुनेंगे और उन्हें न्याय दिलाएंगे.
इस मामले में यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने मंगलवार को कहा कि अगर 45 दिनों के अंदर भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव नहीं होते हैं तो WFI को आगे के मैच के लिए सस्पेंड किया जा सकता है. UWW की धमकी इसलिए भी अहमियत रखती है, क्योंकि अगर WFI को सस्पेंड कर दिया जाता है तो भारतीय एथलीट्स को आगे के सभी मैच न्यूट्रल झंडे के साथ खेलने होंगे. यानी कोई भी खिलाड़ी भारतीय ध्वज के साथ अंतरराष्ट्रीय कुश्ती के मैच में भाग नहीं ले पाएगा.