
महाराष्ट्र में नई सरकार गठन से पहले भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और शिवसेना के बीच खींचतान जारी है. दोनों राजनातिक पार्टियों के बीच गठबंधन के बाद भी मुख्यमंत्री पद पर दावा को लेकर सहमति की स्थिति साफ नहीं दिख रही है.
अनिश्चितताओं के दौर के बीच शिवसेना नेता दिवाकर रोटे और जहां सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर राज्यपाल से मुलाकात करेंगे तो वहीं मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस राज्यपाल से 11 बजे मुलाकात करने वाले हैं. दोनों पार्टियों का दावा है कि यह महज एक औपचारिकता है, लेकिन इसके कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं.
शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले पर कायम
महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना के बीच सरकार बनाने को लेकर उठापटक जारी है. महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए शिवसेना 50-50 के फॉर्मूले पर कायम है. शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद को लेकर लिखित आश्वासन मांगा है. शिवसेना के टिकट पर सिल्लोड से जीत हासिल करने वाले विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि वे आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं. जबकि बीजेपी इसके लिए राजी नहीं है.
दूसरी ओर, महाराष्ट्र में बीजेपी के दिवाली कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम राज्य में गठबंधन की एक स्थिर सरकार देंगे. उन्होंने कहा कि राज्य में हम गठबंधन में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरे हैं. अगले 5 साल राज्य में हम बीजेपी के नेतृत्व वाली एक स्थिर सरकार देंगे.
उन्होंने आगे कहा कि हमने 2014 की तुलना में इस बार ज्यादा सीटें जीती हैं. जितनी भी सीटों पर हमने चुनाव लड़ा, 70 फीसदी को जीता.
प्रहार जनशक्ति पार्टी का शिवसेना को समर्थन
शिवसेना सरकार में अहम हिस्सेदारी को लेकर अपने सियासी समीकरण को दुरुस्त करने में जुट गई है. इस दिशा में शिवसेना को दिवाली से एक दिन पहले बड़ी कामयाबी तब मिली जब प्रहार जनशक्ति पार्टी ने शिवसेना को अपना समर्थन दे दिया. प्रहार जनशक्ति पार्टी से दो विधायक जीतकर आए हैं. ये दोनों विधायक महाराष्ट्र विदर्भ इलाके चुने गए हैं.
प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू ने शनिवार की रात उद्धव ठाकरे से मातोश्री में जाकर मुलाकात कर उन्हें समर्थन पत्र सौंपा. प्रहार जनशक्ति पार्टी के विधायक बच्चू कडू अचलपुर सीट से चुनकर आए हैं तो राजकुमार पटेल मेलघाट सीट से विधायक बने हैं.
निर्दलीय विधायकों का भी मिला सपोर्ट
सरकार के गठन से पहले शिवसेना की यह दूसरी कामयाबी है. इससे पहले शिवसेना से बगावत कर निर्दलीय चुनाव जीतने वाले दोनों विधायकों रामटेक सीट से आशीष जायसवाल और भंडारा सीट से नरेंद्र भोंडेकर ने अपनी पुरानी पार्टी को समर्थन देने का ऐलान किया है. दोनों विधायक चुनाव में टिकट न मिलने के चलते शिवसेना से बगावत कर निर्दलीय चुनाव लड़े और जीत गए.
30 अक्टूबर को विधायक दल की बैठक
परिणाम आने के बाद बीजेपी के विधायक दल की बैठक 30 अक्टूबर को होगी. महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के मुताबिक 30 अक्टूबर को विधान भवन में विधायक दल की बैठक होगी और विधायक दल का नेता चुना जाएगा. विधायक दल की बैठक में बीजेपी के सभी 105 नवनिर्वाचित विधायक शामिल होंगे.
वहीं शनिवार को मुंबई में शिवसेना मुख्यालय में पार्टी के नए विधायकों की बैठक हुई. बैठक में महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए 50-50 का फार्मूले पर जोर रहा. इस बार शिवसेना ने सीएम पद को लेकर लिखित आश्वासन मांगा है.
महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए हुए चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं जबकि कांग्रेस-एनसीपी और इसके दूसरे सहयोगियों ने 117 सीटें हासिल कीं.