
महाराष्ट्र में कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेताओं का बीजेपी में आने का सिलसिला जारी है. बुधवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेता रहे मधुकर पिचाड, उनके बेटे वैभव, शिवेंद्र राजे भोसले, संदीप नाईक, कालिदास कोलंबकर, चित्रा वाघ, सागर नाईक को बीजेपी की सदस्यता दिलाई.
वडाला (मुंबई) से कांग्रेस के विधायक कालिदास कोलंबकर और एनसीपी के वैभव पिचाड (अकोले) और शिवेंद्र राजे भोसले (सातारा) ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बागड़े को सौंप दिया. इसके अलावा नवी मुंबई में एनसीपी का दिग्गज चेहरा पूर्व मंत्री गणेश नाईक, 52 म्यूनिसिपल कॉर्पोरेटर और अन्य पार्टी कार्यकर्ता पार्टी छोड़ने की तैयारी कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की मौजूदगी में ये सभी नेता बुधवार को अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हो गए. इससे पांच दिन पहले ही मुंबई में एनसीपी के अध्यक्ष सचिन अहीर ने शिवसेना का दामन थाम लिया था. चर्चाओं का बाजार गर्म है, खबरें हैं कि विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ही कई विपक्षी पार्टियों के विधायक और वरिष्ठ नेता बीजेपी का दामन थाम सकते हैं.
कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीजेपी में शामिल होने के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि हम किसी को बलात बीजेपी ज्वॉइन कराना नहीं चाहते बल्कि कई नेता बीजेपी में आना चाहते हैं लेकिन बीजेपी कोई धर्मशाला नहीं है.
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, 'कई नेता बीजेपी में आ रहे हैं और ऐसी चर्चा है कि हम सिर्फ अपने नेताओं को ही चुनाव लड़ाना चाहते हैं. जबकि मैं साफ कर देना चाहता हूं कि बीजेपी, शिवसेना और हमारे सभी सहयोगी एक साथ विधानसभा चुनाव लड़ेंगे. हमें इंतजार करना और देखना है कि अभी और कितने रिकॉर्ड बनाए जाते हैं.'