
महाराष्ट्र में शनिवार को कोविड 19 के 437 नए मामले सामने आए. जबकि इससे 2 लोगों की मौत हो गई. मौजूदा समय में राज्य में 1956 एक्टिव मामले हैं. मुंबई की बात करें तो आज यहां कोविड के 487 नए मामले मिले. हालांकि, अच्छी बात यह रही कि इससे किसी की मौत नहीं हुई.
देश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1,590 नए मरीज मिले हैं. ये संख्या 146 दिनों में सबसे ज्यादा है. भारत में अब कोविड के सक्रिय मामलों की संख्या 8601 हो गई है. इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय अलर्ट मोड पर आ गया है. मंत्रालय ने कोरोना को लेकर जॉइंट एडवाइजरी जारी की है. बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए सावधानी बरतने की अपील की है. लोगों को हाथ साफ रखने और सांस लेने में दिक्कत जैसी अन्य सावधानियों को लेकर जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया है.
10 और 11 अप्रैल को मॉक ड्रिल
मंत्रालय का कहना है कि अस्पताल में दवाओं, बेड, आईसीयू बेड समेत अन्य तैयारियों का पुख्ता इंतजाम किया जाए. अस्पताल की तैयारियों का जायजा लेना जरूरी होगा. चिकित्सा उपकरण, चिकित्सा ऑक्सीजन, मौजूदा दिशानिर्देशों के साथ-साथ वैक्सीनेशन कवरेज पर मानव संसाधन पर ध्यान दिया जाए.
इस संबंध में 10 और 11 अप्रैल को देशभर में मॉक ड्रिल की योजना बनाई जा रही है, जिसमें सभी जिलों से स्वास्थ्य सुविधाओं (सार्वजनिक और निजी दोनों) से जुड़े लोग हिस्सा लेंगे. इससे पहले 27 मार्च (4:30 - 5:30 अपराह्न) को एक वर्चुअल बैठक होगी, जिसमें मॉक-ड्रिल के बारे में राज्यों को पूरी जानकारी दी जाएगी.
फरवरी के मध्य से केसों में बढ़ोतरी
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कोरोना के लिए टेस्टिंग को लेकर सभी राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने कोविड-19 और इन्फ्लुएंजा बीमारी के बढ़ते मामलों के बीच सरकारी अस्पताल की तैयारियों को परखने के प्लान की जानकारी दी है.
पत्र में बताया कि फरवरी के मध्य से देश में COVID-19 मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है. देश में अधिकांश सक्रिय COVID-19 मामले केरल (26.4 प्रतिशत), महाराष्ट्र (21.7 प्रतिशत), गुजरात (13.9 प्रतिशत), कर्नाटक (8.6 प्रतिशत) और तमिलनाडु (6.3 प्रतिशत) जैसे कुछ राज्यों में रिपोर्ट किए जा रहे हैं. जबकि बीमारी के कारण अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु की दर कम रही है. सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को COVID-19 का वैक्सीनेशन पर जोर देने को कहा है.