
महाराष्ट्र में जारी सियासी संकट के बीच सुप्रीम कोर्ट ने शिंदे गुट को बड़ी राहत दी है. कोर्ट की तरफ से डिप्टी स्पीकर के अयोग्य ठहराने वाले फैसले पर 11 जुलाई तक रोक लगा दी गई है और नोटिस भी दिया गया है. ऐसे में जिन बागी विधायकों को आज शाम पांच बजे तक जवाब देना था, अब उन्हें पूरे 14 दिन का अतिरिक्त समय मिल गया है.
इस बीच सांसद संजय राउत को ईडी का समन गया है. उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इस बारे में जब आजतक ने उनसे बात की तो उन्होंने साफ कर दिया कि जांच एजेंसियों का गलत तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है. वे कहते हैं कि मुझे जो नोटिस मिला है, वो पूरी तरह गलत है. मुझे पता है ये आदेश कहां से आते हैं, कौन इन्हें देता है. मेरी आवाज बंद करने की कोशिश है. लेकिन मैं शांत नहीं होने वाला हूं. मेरी गर्दन उड़ा दो, मैं कही नहीं जाऊंगा.
राउत तो यहां तक कह रहे हैं कि वे जेल जाने को तैयार हैं. उनके मुताबिक अगर पार्टी बचाने के लिए उन्हें अपनी कुर्बानी देनी पड़ेगी तो वे उस बदिलान को देने को भी तैयार हैं. वे ये भी मानते हैं कि वर्तमान में महाराष्ट्र में जो सियासी संकट चल रहा है, उसी वजह से उन्हें ईडी का ये समन भेजा गया है. वैसे अभी के लिए संजय राउत कल ईडी दफ्तर नहीं जाने वाले हैं. कल उनकी रैली है और कुछ दिनों में राज्यसभा की कार्यवाही भी शुरू होने जा रही है, ऐसे में राउत ईडी से पेश होने के लिए अतिरिक्त समय मांगने वाले हैं.
शिवसेना सांसद ने जानकारी दी है कि इस समय मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी उनका पूरा समर्थन कर रहे हैं और दूसरे कई नेता भी लगातार उनसे बात कर रहे हैं. उनके मुताबिक चार मुख्यमंत्रियों ने उनसे फोन पर बात की है, दूसरे बड़े नेता भी उनके संपर्क में चल रहे हैं. इस सब के अलावा बातचीत के दौरान संजय राउत ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि कोर्ट हमारे लिए भगवान है. लेकिन महाराष्ट्र में लोगों की भावनाएं उस फैसले से अलग हैं. इन विधायकों को अयोग्य तो होना ही पड़ेगा. इन पर तलवार लटक रही है. उन्होंने ये भी कहा है कि अब इतने दिनों का अतिरिक्त समय अगर शिंदे गुट को दिया गया है, तो वे उन लोगों से बात करेंगे, लेकिन उसके लिए उन सभी को मुंबई वापस आना पड़ेगा.
वैसे अब सवाल ये उठता है कि क्या शिंदे गुट के विधायक बीजेपी से हाथ मिला लेंगे, क्या उनके साथ मिलकर सरकार बनाने का दावा किया जाएगा. इस पर संजय राउत का कहना है कि उनको अब बीजेपी में ही जाना पड़ेगा, कोई दूसरा विकल्प नहीं है. उन्हें बल्कि बीजेपी में मर्ज होना पड़ेगा. कानून तो यही कहता है.