
महाराष्ट्र की राजनीति में नए सियासी मोड़ लगातार आ रहे हैं. पहले एकनाथ शिंदे को सीएम बनाने वाले ऐलान ने हैरान किया तो बाद में देवेंद्र फडणवीस का सरकार में शामिल नहीं होना भी सभी को चौंका गया. लेकिन जैसे ही फडणवीस ने सरकार में शामिल ना होने की बात की, दिल्ली में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह एक्शन में आ गए.
बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पहले तो सिर्फ इतना कहा कि फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाया. लेकिन वे चाहते हैं कि वे सरकार में शामिल हों, डिप्टी सीएम का पद संभाले. उस समय नड्डा ने सिर्फ एक अपील की थी. लेकिन कुछ ही देर में जेपी नड्डा ने एक और ट्वीट किया. उन्होंने बताया कि देवेंद्र फडणवीस सरकार में शामिल होने जा रहे हैं. वे डिप्टी सीएम बनने को राजी हो गए हैं. ऐसे में दिल्ली जैसे ही हरकत में आई, देवेंद्र फडणवीस को भी हाईकमान का सम्मान करना पड़ा.
जब फडणवीस बात मान गए, तब नड्डा ने एक और ट्वीट कर लिखा कि भाजपा ने महाराष्ट्र की जनता की भलाई के लिए बड़े मन का परिचय देते हुए एकनाथ शिंदे जी का समर्थन करने का निर्णय किया. श्री देवेन्द्र फडणवीस जी ने भी बड़े मन दिखाते हुए मंत्रिमंडल में शामिल होने का निर्णय किया है, जो महाराष्ट्र की जनता के प्रति उनके लगाव को दर्शाता है.
उन्होंने ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे जी और देवेंद्र फड़नवीस जी को बधाई. आज ये सिद्ध हो गया कि BJP के मन में कभी मुख्यमंत्री पद की लालसा नहीं थी. 2019 के चुनाव में स्पष्ट जनादेश मा. नरेंद्र मोदी जी एवं देवेंद्र जी को मिला था. उद्धव ठाकरे ने CM पद के लालच में हमारा साथ छोड़कर विपक्ष के साथ सरकार बनाई थी.
वैसे देवेंद्र फडणवीस को मनाने में सिर्फ जेपी नड्डा की भूमिका नहीं रही, बल्कि अमित शाह ने भी एक सक्रिय योगदान दिया. उनकी तरफ से भी एक ट्वीट कर साफ कहा गया कि फडणवीस ने बड़ा दिल दिखाते हुए सरकार में शामिल होने का मन बना लिया.
उन्होंने लिखा कि भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा जी के कहने पर देवेंद्र फडणवीस जी ने बड़ा मन दिखाते हुए महाराष्ट्र राज्य और जनता के हित में सरकार में शामिल होने का निर्णय लिया है. यह निर्णय महाराष्ट्र के प्रति उनकी सच्ची निष्ठा व सेवाभाव का परिचायक है. इसके लिए मैं उन्होंने हृदय से बधाई देता हूं.
बड़ी बात ये है कि देवेंद्र फडणवीस खुद शायद इस बार सरकार में शामिल नहीं होना चाहते थे. उन्होंने मीडिया के सामने अपने मन की बात कर दी थी. लेकिन उस प्रेस कॉन्फ्रेस के बाद बीजेपी के तमाम नेता ही कहने लगे कि वे सभी इस फैसले से हैरान हैं. उन्हें नहीं पता था कि फडणवीस, एकनाथ शिंदे के नाम का ऐलान करने वाले हैं.
वहीं दूसरी तरफ बीजेपी हाईकमान को इस बात से दिक्कत रही कि महाराष्ट्र में सरकार तो उनके समर्थन से बन रही है, लेकिन राज्य के बड़े नेता फडणवीस उसका हिस्सा नहीं बनना चाहते. इसी वजह से समय रहते जेपी नड्डा ने कमान संभाली और फडणवीस से बात की. उस एक बातचीत ने देवेंद्र फडणवीस की मन की बात को पीछे छोड़ दिया और दो घंटे के अंदर उन्होंने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ले ली. अब महाराष्ट्र में एक तरफ एकनाथ शिंदे अपनी दूसरी राजनीतिक पारी शुरू करने जा रहे हैं तो वहीं बीजेपी के लिए देवेंद्र फडणवीस भी सक्रिय भूमिका निभाते दिख जाएंगे.