Advertisement

महाराष्ट्र में नशे के कारोबार पर सख्ती, पैरोल पर बाहर आए विदेशी नागरिकों पर रखी जाएगी नजर

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बताया कि जेल कानून के तहत पैरोल या फरलो पर बाहर आए लोगों की निगरानी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से की जा सकती है.

महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस. (फाइल फोटो) महाराष्ट्र सीएम देवेंद्र फडणवीस. (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 18 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 8:10 PM IST

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधानसभा में बताया कि राज्य सरकार नशे के मामलों में पैरोल पर बाहर आए विदेशी नागरिकों की निगरानी के लिए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का उपयोग करने पर विचार कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्य में नशे का कारोबार बढ़ रहा है. पहले नाइजीरियन ड्रग्स बेचते थे, लेकिन अब डार्कनेट और इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए ऑर्डर दिए जा रहे हैं और ड्रग्स की डिलीवरी कुरियर सेवाओं के माध्यम से की जा रही है.

Advertisement

नाइजीरियन नागरिकों और अन्य विदेशी तस्करों पर नजर
फडणवीस ने कहा कि कुरियर कंपनियों की जांच की गई है और उन्हें चेतावनी दी गई है कि वे भी जिम्मेदार माने जाएंगे. उन्होंने बताया कि सरकार नाइजीरियन नागरिकों और अन्य विदेशी तस्करों पर नजर रख रही है, लेकिन जब तक उनके मामले कानूनी रूप से निपट नहीं जाते, तब तक उन्हें देश से बाहर नहीं निकाला जा सकता.

मुख्यमंत्री ने बताया कि जेल कानून के तहत पैरोल या फरलो पर बाहर आए लोगों की निगरानी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से की जा सकती है. अब यह कानूनी रूप से जांचा जा रहा है कि क्या नशे के मामलों में शामिल विदेशी नागरिकों की निगरानी इसी तरह की जा सकती है.

नशे के कारोबार में लिप्त पाए गए पुलिसकर्मी पर होगा एक्शन
इसके अलावा, फडणवीस ने कहा कि नशे के कारोबार में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी पुलिसकर्मी को बख्शा नहीं जाएगा. पुणे में अब तक सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया जा चुका है. उन्होंने साफ कहा कि नशे के खिलाफ सरकार की नीति "जीरो टॉलरेंस" यानी पूरी तरह सख्त है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement