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महाराष्ट्रः तेज बारिश के बाद खेतों में पड़ी दरारें, किसान भयभीत

बारिश के दौरान गड़गड़ाहट की तेज आवाज आई. बारिश थम जाने के बाद किसान खेत मे गए, तो वहां का नजारा देखकर सन्न रह गए. 3 से 4 किसानों के खेतों में बड़े गड्ढे और 35 से 40 फीट लंबी दरारें पड़ी थीं.

प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटोः Aajtak) प्रतीकात्मक तस्वीर (फोटोः Aajtak)
पंकज खेळकर
  • मुंबई,
  • 08 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 8:07 AM IST

सूखा और तेज बारिश की मार झेलने वाले महाराष्ट्र के बुलढ़ाणा जिले के किसान भयभीत हैं. भय की वजह है जनपद में तीव्र बारिश के बाद खेतों में विशालकाय गड्ढे हो जाना और दरारें पड़ जाना. गड्ढे और दरार की खबर सुनकर गांव पहुंचे विकास अधिकारी ने मौका-मुआयना किया. अधिकारी ने इसकी जानकारी आला अधिकारियों के द्वारा भूगर्भ विभाग को देने की बात कही है.

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जानकारी के अनुसार जिले के मलकापुर तहसील के रावलगांव में 2 दिन पहले तेज बारिश हुई थी. बरसात के दौरान गड़गड़ाहट की तेज आवाज आई. बारिश थम जाने के बाद किसान खेत मे गए, तो वहां का नजारा देखकर सन्न रह गए. 3 से 4 किसानों के खेतों में बड़े गड्ढे और 35 से 40 फीट लंबी दरारें पड़ी थीं. यह देख किसान भयभीत हो गए. किसानों ने इसकी जानकारी ग्राम सेवक द्वारा पंचायत समिति और अन्य अधिकारियों को दी.

सूचना पाकर पंचायत समिति के अधिकारी ने किसानों के खेतों का मुआयना किया. अधिकारी ने विशालकाय दरारों की जानकारी भूगर्भ विभाग को देने की बात कही. अधिकारी सुभाष मानकर ने कहा कि रावलगांव क्षेत्र के 3 से 4 किसानों के खेतों में गड्ढों के साथ बड़ी-बड़ी दरारें पड़ी हैं. खेतों में 40 से 45 फीट लंबी दरारें दिख रही हैं. उन्होंने बताया कि इन विशालकाय दरारों की जानकारी हम भूगर्भ विभाग को देंगे. इसके कारणों का पता लगाने के लिए भूगर्भ विज्ञानियों की सेवा लेने की सिफारिश की जाएगी. दूसरी तरफ गांव के सरपंच ने फसल को भी नुकसान पहुंचने का दावा करते हुए मुआवजा देने की मांग की है.

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दरारों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म

खेतों में पड़ी दरारों को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. हर कोई अपने-अपने हिसाब से इसके कारण बता रहा है. कोई इसके पीछे बिजली गिरने को वजह बता रहा, तो कोई जमीन के अंदर की किसी हलचल को. इस घटना से क्षेत्र के किसानों में भय व्याप्त है.

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