Advertisement

कांग्रेस नेता संजय निरुपम का अपनी ही पार्टी से सवाल- क्या आगे शिवसेना से मिलकर लड़ेंगे चुनाव?

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस में बात बनती दिख रही है. हालांकि, एनसीपी और कांग्रेस ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं, लेकिन शिवसेना ने दोनों पार्टियों से गठबंधन करने के लिए कदम बढ़ा दिया है. इस बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने संभावित गठबंधन पर सवाल उठाए हैं और भविष्यवाणी की है कि महाराष्ट्र में जल्दी चुनाव हो सकते हैं. 

कांग्रेस नेता संजय निरुपम  (फोटो- ANI) कांग्रेस नेता संजय निरुपम (फोटो- ANI)
aajtak.in
  • मुंबई,
  • 11 नवंबर 2019,
  • अपडेटेड 11:46 AM IST

  • संजय निरुपम ने की जल्द चुनाव की भविष्यवाणी
  • 2020 में हो सकते हैं चुनाव- संजय निरुपम

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस में बात बनती दिख रही है. हालांकि, एनसीपी और कांग्रेस ने अपने पत्ते अभी नहीं खोले हैं, लेकिन शिवसेना ने दोनों पार्टियों से गठबंधन करने के लिए कदम बढ़ा दिया है. इस बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने संभावित गठबंधन पर सवाल उठाए हैं और भविष्यवाणी की है कि महाराष्ट्र में जल्दी चुनाव हो सकते हैं.

Advertisement

सरकार गठन की माथापच्ची पर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा, 'कोई फर्क नहीं पड़ता कि कौन सरकार बनाता है और कैसे? लेकिन महाराष्ट्र में राजनीतिक अस्थिरता से अब इनकार नहीं किया जा सकता है. जल्दी चुनाव के लिए तैयार हो जाओ. यह 2020 में हो सकते हैं. क्या हम शिवसेना के साथ गठबंधन करके चुनाव में जा सकते हैं?'

संजय निरुपम ने इससे पहले रविवार को भी शिवसेना के साथ गठबंधन की संभावना पर सवाल उठाए थे. संजय राउत ने कहा था कि कांग्रेस-एनसीपी को शिवसेना का समर्थन लेना पड़ सकता है, जो कि एक विनाशकारी कदम होगा और ये कभी नहीं होना चाहिए.

चुनाव के दौरान अपनी ही पार्टी कांग्रेस को लेकर बगावती रुख दिखाने वाले संजय निरुपम ने कहा था कि अगर बीजेपी राज्यपाल के न्योते के बाद भी सरकार बनाने में सफल नहीं रहती है, तो राज्यपाल को दूसरे बड़े गठबंधन एनसीपी-कांग्रेस को न्योता देना होगा. लेकिन उन्हें इसे नकारना पड़ेगा, क्योंकि उनके पास बहुमत का आंकड़ा नहीं है.

Advertisement

हालांकि, अब महाराष्ट्र के सियासी समीकरण पूरी तरह बदलते नजर आ रहे हैं. एनसीपी ने शिवसेना को समर्थन पर शर्त रखी थी, जिसे शिवसेना ने मान लिया है और कांग्रेस पर सबकी नजर है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement