
मुंबई में मुसीबत वाला मॉनसून आ चुका है. मौसम विभाग ने मंगलवार को ही बता दिया था कि 9 जून को मुंबई में दक्षिण पश्चिम मानसून आ जाएगा. आईएमडी का अनुमान बिल्कुल सटीक साबित हुआ और सुबह से झमाझम बरसकर बादलों ने मुंबई में अपने आने का ऐलान कर दिया. मुंबई के लिए हर साल मानसून की मेहमानवाजी भारी पड़ती है.
बुधवार को भी ऐसा ही हुआ. हिन्दमाता से फिर वैसी ही तस्वीर आई जैसी हर साल आती है. हिन्दमाता इलाके की सड़क पर इतना पानी भर गया कि सड़कें नजर ही नहीं आ रही थीं. पानी की वजह से वाहनों की रफ्तार रुक गई है. पानी की वजह से कई गाड़ियां का ब्रेकडाउन भी हुआ. सायन, बांद्रा, कुर्ला, चेम्बूर, कोलाबा, सांताक्रुज में बुधवार को बारिश हुई. मौसम विभाग ने अगले 48 घंटे मुम्बई और इसके आस पास के इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बता दें कि हर साल मुंबई में 10 जून को मॉनसून आता है लेकिन इस बार एक दिन पहले आया है और जोरदार तरीके से आया. गर्मी से तपने के बाद देश को हर साल मॉनसून का इंतजार रहता है, लेकिन मुंबई वालों के लिए ये मौसम मुसीबत लेकर आता है.बेशक लॉकडाउन की कई पाबंदियां ढीली हो चुकी हैं लेकिन मुंबई की जिंदगी अभी भी रफ्तार नहीं पकड़ी है. कोरोना पाबंदियां हल्की कर सरकार ने रफ्तार भरने की कोशिश की तो आज मानसून ने उस पर ब्रेक लगा दिया.
शाम के समय मुंबई में बारिश थमने के बाद लोग अपने घर वापस जाते दिखे. इस दौरान यात्रा के लिए बस सबसे सुरक्षित साधन रहा.कई जगहों पर जलभराव था. ऑटो और कैब वाले जलभराव के डर से कहीं जाने से इनकार कर दे रहे थे. इस दौरान लोेगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. मुंबई में बारिश का यह पहला दिन था. बीएमसी ने दावा किया था कि वो भारी बारिश के लिए तैयार हैं. लेकिन पहली ही बारिश में यहां जलभराव देखने को मिला. वहीं आईएमडी ने पहले ही अगले चार दिन के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया हुआ है.
(आजतक ब्यूरो के इनपुट के साथ)