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महाराष्ट्र में लगेगा लॉकडाउन! कोरोना को लेकर हुई बैठक में CM उद्धव ने दिए संकेत

महाराष्ट्र सरकार ने मीटिंग में फैसला लिया कि सभी नियमों का कड़ाई से पालन हो. अगर फिर भी लोग नही मानते हैं तो लॉकडाउन के लिए रोडमैप तैयार करें. महाराष्ट्र सरकार ने मंत्रालय सहित सभी सरकारी दफ्तरों में विजिटर पर भी रोक लगा दी है. ये रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी. 

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
पंकज उपाध्याय/कमलेश सुतार
  • मुंबई ,
  • 28 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 8:11 PM IST
  • महाराष्ट्र में लॉकडाउन के संकेत
  • CM उद्धव ने दिए लॉकडाउन लगाने के संकेत
  • महाराष्ट्र में कोरोना को लेकर बुलाई गई बैठक

महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने रविवार को कोरोना की स्थिति पर बैठक की. इस बैठक में लॉकडाउन लगाने के संकेत दिए गए. सीएम ने अधिकारियों से लॉकडाउन का रोडमैप तैयार करने कहा है. 

महाराष्ट्र में कोरोना को लेकर बुलाई गई इस बैठक में केस बढ़ने पर ज्यादा मौतें होने की भी आशंका जताई गई. कोरोना के केस बढ़ने के कारण स्वास्थ्य सुविधाएं कम पड़ने लगी हैं. ऐसे में सरकार ने मीटिंग में फैसला लिया कि सभी नियमों का कड़ाई से पालन हो. अगर फिर भी लोग नहीं मानते हैं तो लॉकडाउन के लिए रोडमैप तैयार करें. महाराष्ट्र सरकार ने मंत्रालय सहित सभी सरकारी दफ्तरों में विजिटर पर भी रोक लगा दी है. ये रोक अगले आदेश तक जारी रहेगी. 

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दरअसल, कोरोना की दूसरी लहर महाराष्ट्र में बेकाबू रफ्तार पकड़ चुकी है. लगातार फैल रहे कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने लॉकडाउन लगाने के लिए संकेत दिए हैं. सूत्रों के मुताबिक, सीएम उद्धव ठाकरे ने समीक्षा बैठक के बाद राज्य में कुछ समय के लिए लॉकडाउन लगाने पर सहमति दी है. साथ ही उन्होंने लॉकडाउन के लिए तैयारी का आदेश दिया है. सीएम उद्धव ने कहा कि लोग नियम नहीं मानेंगे तो लॉकडाउन लगेगा. 

बैठक में सीएम उद्धव ठाकरे के अलावा महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री डॉ राजेश टोपे, मुख्य सचिव सीताराम कुंटे, कोरोना टास्क फोर्स के डॉक्टरों और प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे. बैठक में सीएम ने कहा कि मंत्रालय के साथ-साथ सरकारी और अर्ध-सरकारी दफ्तरों में विजिटर को प्रवेश करने पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए. यदि निजी दफ्तर और प्रतिष्ठान 50 प्रतिशत स्टाफ का पालन नहीं करते हैं तो लॉकडाउन के लिए तैयार रहना चाहिए. 
  
राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ प्रदीप व्यास ने बताया कि राज्य में संक्रमण की तेजी से बढ़ती घटनाओं के कारण, सभी महत्वपूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं, विशेष रूप से बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन की कमी हो सकती है.

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उन्होंने कहा कि 3 लाख 57 हजार आइसोलेशन बेड में से 1 लाख 7 हजार बेड भरे जा चुके हैं. 60 हजार 349 ऑक्सीजन बेड में से 12 हजार 701 बेड और 19 हजार 930 बेड में से 8 हजार 342 बेड पहले ही भरे जा चुके हैं. कुछ जिलों में, बेड उपलब्ध नहीं हैं और संक्रमण बढ़ने के कारण सुविधा की क्षमता में गिरावट आ रही है.

गौरतलब है कि रविवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में भारत में कोरोना के 62 से अधिक नए मामले सामने आए. जबकि 312 लोगों की मौत हुई है. महाराष्ट्र कोरोना के मामले में टॉप पर है, जहां अब तक 26 लाख से ज्यादा केस सामने आ चुके हैं, जिसमें से 54,073 की मौत हुई है.


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