
महाराष्ट्र सरकार के जल संपदा मंत्री गिरीश महाजन ने अजीबोगरीब बयान दिया है. दरअसल, पुणे के खडकवासला बांध से शहर और जिले के चार इलाकों तक पानी पहुंचाने वाली नहर की एक दीवार गिर गई है. इस दीवार के गिरने की वजह बताते हुए मंत्री महोदय ने चूहों और केकड़ों को दोषी करार दिया. उन्होंने कहा कि बड़े चूहों के कुतरने और केकड़ों के जमीन में छेद करने की वजह से नहर की दीवार गिर गई है.
शुक्रवार को घटना का जायजा लेने पहुंचे फडणवीस सरकार के मंत्री गिरीश महाजन ने कहा, " इस दीवार को देखकर लग रहा है कि न तो किसी ने ब्लास्ट किया है और न ही हाथों से तोड़ा गया है. संभव है कि चूहों के कुतरने की वजह से नहर में एक छोटा सा छेद बन गया हो और पानी के तेज बहाव से वह छेद बड़ा हो गया होगा. यह दीवार कुतरने की वजह से ही गिरी है. "
मंत्री ने बताया कि ये नहर हमेशा पानी से भरा होता है. इस वजह से मरम्मत के लिए समय नहीं मिलता है. नहर के किनारे जो झुग्गियों का अतिक्रमण हुआ है उस वजह से भी नहर की समय पर मरम्मत नहीं हो पाती है. मंत्री ने बताया कि जिन लोगों को इसमें नुकसान हुआ है उन्हें सरकार से मदद दी जाएगी. उन्होंने इस मसले पर पुणे नगर निगम की मेयर साहिबा मुक्ता तिलक, सिंचाई विभाग के अधिकारी और अन्य बीजेपी के नेताओं से बातचीत भी की.बता दें कि बीते गुरुवार को नहर की दीवार गिर जाने की वजह से तक़रीबन 500 क्यूसेक पानी बह गया और दांडेकर पुल इलाके में झुग्गियों में बाढ़ सी स्थिति आ गई. इस नहर के जरिए खडकवासला बांध से पुणे शहर और जिले के चार तालुका को पानी पहुंचता है.