
महाराष्ट्र में मंदिरों को खोलने की बीजेपी की मांग पर राजनीति शुरू हो गई है. इस मुद्दे पर महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमाति ठाकुर ने बीजेपी पर जोरदार हमला किया है.
यशोमति ठाकुर ने कहा है कि बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि कोरोना वायरस का कहर कम हो गया है, इसलिए राज्य के मंदिर और धार्मिक स्थान खोल देने चाहिए, लेकिन अगर कोरोना वायरस का प्रकोप कम हो गया है तो बीजेपी ने अयोध्या में राम मंदिर भूमि पूजन के लिए लाल कृष्ण आडवाणी को क्यों नहीं बुलाया?
बता दें कि महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने सीएम उद्धव ठाकरे को हाल ही में एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से धार्मिक स्थलों को फिर से खोलने का आग्रह किया है. राज्यपाल ने कहा है कि एक जून से राज्य में धार्मिक स्थलों को खोलने का एलान किया गया था, लेकिन चार महीने बीत चुके हैं, इस दिशा में कोई भी कदम नहीं उठाया गया है.
राज्यपाल ने अपने पत्र में कहा है कि यह विडंबना है कि सरकार ने एक तरफ बार और रेस्तरां को खोल दिया है, लेकिन दूसरी तरफ मंदिर जैसे धार्मिक स्थानों को नहीं खोला है.
राज्यपाल कोश्यारी की इस मांग का बीजेपी नेताओं ने भी समर्थन किया है और मंदिरों को खोलने की मांग की है.
बीजेपी नेताओं को जवाब देते हुए महाराष्ट्र की महिला और बाल विकास मंत्री यशोमाति ठाकुर ने कहा है कि कोरोना वायरस का कहर कम हुआ है ऐसा कहने वाले बीजेपी नेताओं ने राम मंदिर भूमि पूजन के लिए आडवाणी को क्यों नहीं बुलाया? अपने ही सवाल का जवाब देते हुए यशोमाति ठाकुर ने कहा कि उन्हें इसलिए नहीं बुलाया गया क्योंकि कोरोना संक्रमण का डर है.
यशोमति ठाकुर ने कहा कि मंदिर खोलने को लेकर सीएम उद्धव ठाकरे को लिखी चिठ्ठी एक बहुत बड़े षड्यंत्र का हिस्सा मालूम होता है. उन्होंने कहा कि एक संवैधानिक पद पर रहकर भी राज्यपाल असंवैधानिक बातें कर रहे हैं.
यशोमति ठाकुर ने राज्यपाल के इस कथित असंवैधानिक चिट्ठी पर देश के सुप्रीम कोर्ट और राष्ट्रपति से संज्ञान लेने की मांग भी की है.