Advertisement

महाराष्ट्र: अहमदनगर में जुलूस के दौरान लहराए गए औरंगजेब के पोस्टर, चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज

अहमदनगर में मुगल बादशाह औरंगजेब के पोस्टर लहराने का मामला सामने आया है. एक जुलूस के दौरान पोस्टर लहराने का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

अहमदनगर में लहराए गए औरंगजेब के पोस्टर, केस दर्ज (फाइल फोटो) अहमदनगर में लहराए गए औरंगजेब के पोस्टर, केस दर्ज (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 जून 2023,
  • अपडेटेड 11:17 PM IST

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में एक जुलूस के दौरान मुगल बादशाह औरंगजेब के पोस्टर लहराए गए. इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. 

न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भिंगार कैंप के पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि रविवार सुबह नौ बजे फकीरवाड़ा इलाके में जुलूस निकाला गया था.  

Advertisement

उन्होंने कहा, "जुलूस में संगीत और नृत्य के बीच, चार लोग औरंगजेब के पोस्टर लिए हुए थे. इन चारों लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने और अन्य अपराधों के लिए केस दर्ज किया गया है."  

औरंगजेब के पोस्टर बर्दाश्त नहीं: फडणवीस

इससे पहले सोमवार को महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि इस तरह के कृत्यों को माफ नहीं किया जाएगा. फडणवीस ने कहा, "अगर कोई औरंगजेब का पोस्टर लहराता है, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस देश और राज्य में हमारे पूज्य देवता छत्रपति शिवाजी महाराज और छत्रपति संभाजी महाराज हैं. औरंगजेब के पोस्टर लहराने वालों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा." 

एनसीपी और शिवसेना (यूबीटी) ने की कार्रवाई की मांग

Advertisement

एनसीपी की महाराष्ट्र यूनिट के अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार को कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उचित कदम उठाने चाहिए. इसके अलावा शिवसेना (यूबीटी) के एमएलसी अंबादास दानवे ने आरोप लगाया कि सरकार इस तरह की घटनाओं के सामने आने पर सख्त कार्रवाई के बड़े-बड़े दावे करती है, लेकिन कार्रवाई करने में विफल रहती है. 

हाल ही में बदला गया था नाम

बता दें कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने हाल ही में अहमदनगर का नाम बदलकर 'अहिल्यादेवी होल्कर नगर' कर दिया था. अहिल्याबाई होल्कर की 298वीं जयंती से जुड़ी सभा में सीएम ने यह ऐलान किया था. इससे पहले महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने औरंगाबाद का नाम बदलकर छत्रपति संभाजीनगर किया था और उस्मानाबाद का नाम चेंज कर धाराशिव किया था.
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement