
महाराष्ट्र में एक बार फिर मुगल बादशाह औरंगजेब के समर्थन में नारेबाजी हुई है. इससे पहले कई बार औरंगजेब को लेकर हुई नारेबाजी पर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए गिरफ्तारियां की हैं. बीते शनिवार को बुलढाना में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी की रैली थी. इसी रैली में ओवैसी समर्थकों ने ये नारेबाजी की है.
बुलढाना में शनिवार देर शाम जब असदुद्दीन ओवैसी रैली के दौरान अपना भाषण दे रहे थे, उसी समय उनकी रैली में आए समर्थकों ने 'औरंगजेब अमर रहे' और 'जब तक सूरज चांद रहेगा, औरंगजेब तेरा नाम रहेगा' जैसे नारे लगाए. मुगल बादशाह को लेकर इस नारेबाजी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसके बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है.
बुलढाना पुलिस का कहना है कि इस तरह के वीडियो उनके पास आए हैं, हम इनकी जांच कर रहे हैं. इस मामले में हम लीगल ओपिनियन भी लेंगे. अब तक किसी ने शिकायत नहीं की है, शिकायत आने के बाद और लीगल ओपिनियन के बिनाह पर कार्रवाई की जाएगी.
आईपीसी की धाराओं के तहत केस दर्ज
बता दें कि इससे पहले कई जगहों पर औरंगजेब के समर्थन में नारेबाजी हो चुकी है. इसके अलावा कई युवकों ने अपने मोबाइल में मुगल बादशाह के कसीदे गढ़ने वाले स्टेटस भी लगाए थे. जब यह स्टेटस वायरल हुए तो शिकायत के बाद पुलिस ने इन लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत एक समुदाय को दूसरे समुदाय के खिलाफ अपराध करने के लिए उकसाने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने और अन्य अपराधों के तहत केस दर्ज किया था.
देवेंद्र फडणवीस ने क्या कहा?
हाल ही में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि अकोला, संभाजीनगर और कोल्हापुर में जो हुआ वह एक संयोग नहीं था, बल्कि यह एक प्रयोग था. राज्य में औरंगज़ेब के इतने हमदर्द कैसे आए?
उन्होंने कहा, "औरंगजेब हमारा नेता कैसे हो सकता है? हमारा राजा केवल एक है और वह छत्रपति शिवाजी महाराज हैं. भारत में मुसलमान, यहां तक कि वे भी औरंगज़ेब के वंशज नहीं हैं. मुझे बताओ कि औरंगज़ेब के वंशज कौन हैं? औरंगज़ेब और उनके पूर्वज कहां से आए थे? इस देश में राष्ट्रवादी मुसलमान उनका समर्थन नहीं करते हैं और वे केवल छत्रपति शिवाजी महाराज को अपना नेता मानते हैं."