Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में सियायत का हाईवोल्टेज ड्रामा आज दिनभर जारी रहा. शिंदे गुट लगातार मजबूत होता जा रहा है. अब एकनाथ शिंदे का दावा है कि उनके साथ शिवसेना और निर्दलीय मिलाकर 45 विधायक हैं. दूसरी तरफ उद्धव ठाकरे नरम पड़ते दिख रहे हैं. संजय राउत ने यहां तक कह दिया कि अगर सभी विधायक कहेंगे तो MVA (महाविकास अघाड़ी) गठबंधन से अलग होने पर भी विचार किया जा सकता है.
इससे पहले कल सीएम उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री आवास छोड़कर मातोश्री (अपने घर) पहुंच गए थे. ठाकरे ने फिलहाल सीएम पद नहीं छोड़ा है लेकिन उन्होंने इशारा दिया कि बागी अगर सामने आकर बात करें तो वह इसके लिए भी तैयार हैं.
बुधवार को उद्धव ठाकरे ने फेसबुक पर लाइव आकर बागियों को सीधा संदेश दिया. कहा गया कि कोई गद्दारी करने की जगह सीधे आकर उनसे बात करे. उद्धव के बयान के बाद एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया. वह बोले कि महाविकास अघाड़ी बेमेल का गठबंधन है, जिसे खत्म करना चाहिए.
शिवसेना के 12 विधायकों पर कार्रवाई के बाद एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम आपके तरीके और कानून जानते हैं. संविधान की 10वीं अनुसूची के अनुसार व्हिप विधानसभा कार्य के लिए है, बैठकों के लिए नहीं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट के कई फैसले हैं. 12 विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की अर्जी देकर आप हमें डरा नहीं सकते. क्योंकि हम आदरणीय शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे के असली शिव सैनिक हैं. हम कानून जानते हैं, इसलिए हमको धमकी मत दो, तुम्हारे पास संख्या नहीं है फिर भी सरकार चला रहे हो. अब हम तुम पर कार्रवाई की मांग करते हैं.
गुवाहाटी के होटल रैडिसन ब्लू में कुछ और विधायकों की एंट्री हुई है. विधायक संजय राठौर, दादा भुस और एमएसली अरविंद फाटक शामिल हैं. फाटक उन 2 लोगों में शामिल हैं, जिन्हें उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों से बात करने के लिए सूरत भेजा था.
शिवसेना द्वारा पार्टी के उन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है जो उनकी बुलाई गई बैठक में शामिल नहीं हुए थे. इस सिलसिले में पार्टी की तरफ से डिप्टी स्पीकर को चिट्ठी भी लिखी गई है. मांग हुई है कि उन विधायकों को आयोग्य घोषित कर दिया जाए.
मातोश्री में सीएम उद्धव ठाकरे ने की शिवसेना विभाग प्रमुखों के साथ बैठक की. उन्होंने पदाधिकारियों से कहा कि वे पार्टी के विस्तार और जमीनी स्तर पर इसे मजबूत करने पर ध्यान दें. उन्होंने एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया और विधायकों के दलबदल का जिक्र भी नहीं किया. उन्होंने कहा कि शिवसेना की ताकत वार्ड स्तर पर इसके कार्यकर्ता रहे हैं. बता दें कि कल 1 बजे उद्धव ठाकरे ने सभी जिला प्रमुखों की बैठक बुलाई है.
महाराष्ट्र एनसीपी के चीफ जयंत पाटिल ने कहा कि शरद पवार ने आज हमारा मार्गदर्शन किया है. हमें सरकार बचाने के लिए उद्धव ठाकरे का समर्थन करना चाहिए. शिवसेना के सभी विधायकों को अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में 25-25 करोड़ रुपए मिले हैं, जो काफी बड़ी राशि है. राकांपा विधायकों को वह राशि तुलनात्मक रूप से नहीं मिली है. मसलन मुझे 10 से 15 करोड़ से ज्यादा नहीं मिले हैं. यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप काम का पालन कैसे करते हैं. यदि काम पटरी पर है तो राशि की कमी नहीं होनी चाहिए. मुख्य समस्या कुछ और है जो छिपी हुई है. मुझे यकीन है कि कोई भी विधायक महाराष्ट्र से गुवाहाटी जरूर वापस आएगा और उद्धव ठाकरे के साथ बातचीत करेगा, वे इस सरकार को और आगे ले जाएंगे.
एकनाथ शिंदे का एक नया वीडियो आया है, जिसमें वह कहते हुए नजर आ रहे हैं कि एक राष्ट्रीय पार्टी जो एक महाशक्ति है. उस पार्टी ने मुझसे कहा है कि आपने जो भी निर्णय लिया है, वह ऐतिहासिक है और हमें सुनिश्चित किया है कि जो भी मदद की जरूरत है, वह की जाएगी.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि विधायक मुंबई आएंगे तो तस्वीर साफ होगी. बागी विधायकों को कीमत चुकानी होगी. बहुमत का फैसला विधानसभा में होगा. उद्धव सरकार ने अच्छा काम किया है. सरकार के पास बहुमत है. सरकार बचाने की हर संभव कोशिश की जाएगी.
महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं. वे यहां भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे.
महाराष्ट्र में सियासी संकट की के बीच ठाकरे परिवार से मिलने आए 80 साल की महिला शिवसैनिक मातोश्री पहुंची.
महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शाम 7 बजे जिला स्तरीय नेताओं (विभाग प्रमुखों) की बैठक बुलाई.
एनसीपी की बैठक के बाद अजित पवार ने कहा कि अभी महाराष्ट्र में जो परिस्थति बनी है उसके मुताबिक हम महाविकास अघाड़ी को समर्थन देंगे. हम उद्धव ठाकरे को समर्थन देंगे. जो भूमिका कुछ लोग बना रहे हैं एनसीपी को लेकर वैसा कुछ भी नहीं है. विधायक निधि को लेकर कई लोगों ने सवाल उठाए हैं. ये आरोप गलत हैं. हमारे विधायक हमारे साथ हैं. प्रभारी मंत्रियों को निधि का इस्तेमाल विकास के लिए दिया गया था. मंत्री पदों पर कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस और शिवसेना के विधायक हैं. सभी की सम्मति से मंत्री बनाए गए थे. पवार ने आगे कहा कि संजय राउत ने गठबंधन को लेकर ऐसी बात क्यों कही इस पर हम कुछ नहीं कहेंगे. उन्होंने ऐसा क्यों कहा हमें नहीं पता किस बात को लेकर कहा यह नहीं पता. हम सरकार बचाने की कोशिश में लगे रहेंगे. आज पवार साहब ने सभी को मीटिंग में बुलाया था. सभी मंत्री वहां थे हम सभी सरकार आगे चलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं.
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के चीफ रामदास अठावले ने कहा है कि 2019 के चुनाव में BJP, RPI और शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था. लेकिन 2019 में BJP को शिवसेना ने धोखा दे दिया. असली शिवसेना अब एकनाथ शिंदे की है, क्योंकि उनके साथ ज्यादा विधायक हैं. उन्होंने आगे कहा कि शिवसेना ने भाजपा को धोखा दिया और एकनाथ शिंदे ने उन्हें धोखा दिया. उद्धव ठाकरे और संजय राउत ही आज के हालात के लिए जिम्मेदार हैं. जल्द फडनविस मुख्यमंत्री को बनना चाहिए और फडणवीस और शिंदे दोनों को गठबंधन करना चाहिए.
भाजपा के महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने मध्य प्रदेश के इंदौर में कहा कि महाराष्ट्र के हालात से सबको सबक लेना चाहिए कि अहंकार अच्छा नहीं होता है. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से उद्धव ठाकरे बयान देते थे, उनके प्रवक्ता प्रधानमंत्री के बारे में जिस प्रकार की बयानबाजी करते थे, ये उसी का फल है. विजयवर्गीय ने कहा कि लोकतंत्र में सबका सम्मान करना चाहिए. जो शिवसेना के हीरो जाने जाते थे, वो तो जीरो हो गए.
एनसीपी की बैठक जारी है. सूत्रों के मुताबिक बैठक में 3 बातों पर चर्चा की जा रही है. पहली की स्थिति को देखते रहें और बाद में सही निर्णय लें. इसके अलावा असंतुष्ट विधायकों को वापस पाने के लिए शिवसेना के साथ खड़े होने की बात कही जा रही है. साथ में इस पर भी चर्चा की जा रही है कि राउत के बयान और राज्य में राजनीतिक स्थिति के बाद एमवीए गठबंधन और सरकार में बने रहना है या नहीं. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने सुझाव दिया है कि यदि शिवसेना अपने विधायकों को एकजुट रखने की व्यवस्था कर लेती है तो एनसीपी और कांग्रेस गठबंधन जारी रखेंगे.
शिवसेना नेता और महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद संजय राउत ने बागियों को एक बार फिर बातचीत करने का संदेश दिया है. उन्होंने कहा कि विचार-विमर्श के जरिए मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है. चर्चा की जा सकती है. घर के दरवाजे खुले हैं. आइए गुलामी के बजाय स्वाभिमान से फैसला करें.
पार्टी विधायकों और सांसदों के साथ एनसीपी चीफ शरद पवार की बैठक दक्षिण मुंबई में शुरू. इस बैठक में शरद पवार पवार के अलावा, अजित पवार, छगन भुजबल, जितेंद्र अवध सहित कई नेता मौजूद हैं.
महाराष्ट्र में राजनीतिक खींचतान के बीच कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले का बयान आया है. नाना पटोले ने संजय राउत की एमवीए गठबंधन से बाहर आने वाली बात पर कहा है कि यह शिवसेना की एकनाथ शिंदे को मुंबई बुलाने की रणनीति है. लेकिन अगर जरूरत पड़ती है तो हम विपक्ष में बैठकर जनता की सेवा करने को तैयार हैं.
संजय राउत के बयान और कांग्रेस की नाराजगी से जुड़े सवाल पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि उन्हें नहीं पता कि शिवसेना एमवीए से बाहर आएगी या नहीं. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि संजय राउत ने मैसेज देने के लिए ऐसा कहा हो. एमवीए महाराष्ट्र के विकास के लिए बना है. संजय राउत का मकसद है कि विधायक मुंबई आकर CM से मिलेंगे तो हो सकता है कि इसका समाधान निकल जाए. खड़गे ने कहा कि उनकी संजय राऊत से बात हुई है, वो चाहते हैं कि पहले एक बार विधायकों से बात तो हो. खड़गे ने आगे कहा कि महाराष्ट्र में गड़बड़ हो रही है. सरकार गिराने के लिए बीजेपी कोशिश कर रही है. यह बीजेपी का खेल है. भाजपा तोड़फोड़ करके MVA की सरकार को हटाना चाहती है.
गुवाहाटी के होटल में मौजूद शिवसेना के 2 विधायक आशीष जायसवाल और दीपक केसरकर होटल से बाहर निकल गए हैं. वे एयरपोर्ट जा रहे हैं.
महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल पार्टी विधायकों की बैठक के लिए वाईबी चव्हाण भवन पहुंचे. बैठक में पार्टी अध्यक्ष शरद पवार भी शामिल होंगे.
महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए हम शिवसेना के साथ हैं. ये खेल ईडी की वजह से हो रहा है. कांग्रेस फ्लोर टेस्ट के लिए तैयार है. हम एमवीए के साथ हैं और रहेंगे. अगर शिवसेना किसी के साथ गठबंधन करना चाहती है तो हमें कोई समस्या नहीं है.
भाजपा नेता किरीट सोमैया ने देवेंद्र फडणवसी और चंद्रकांत पाटिल के साथ अपनी फोटो पोस्ट की. सोमैया ने लिखा, 'उद्धव ठाकरे जी की माफिया सरकार का अंत'. उन्होंने आगे लिखा कि देवेंद्र फडणवीस और चंद्रकांत पाटिस से सागर बंगलो पर मुलाकात की.
गठबंधन पर शिवसेना नेता संजय राउत के बयान के बाद अब कांग्रेस ने अपनी रणनीति बदलने का फैसला किया है. अब तक कांग्रेस वेट एंड वॉच की स्थिति में थी. लेकिन अब राउत के बयान के बाद अब कांग्रेस ने शाम 5 बजे सह्याद्री गेस्ट हाउस में अपने नेताओं की बैठक बुलाई है. इस बैठक में एचके पाटिल, बालासाहेब थोराट, नाना पटोले और अशोक चव्हाण सहित वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल होंगे.
सियासी उठापटक के बीच शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि विधायक चाहेंगे तो शिवसेना महाविकास अघाड़ी (MVA) गठबंधन से अलग होने को तैयार है. संजय राउत ने कहा कि विधायकों को गुवाहाटी से संदेश नहीं देना चाहिए. वे लोग मुंबई वापस आकर बात करें, सीएम से चर्चा करें. अगर सभी विधायक चाहते हैं कि हम MVA गठबंधन से बाहर आ जाएं तो इसपर भी बातचीत होगी. लेकिन उनको आकर सीएम से बात करनी होगी.
संजय राउत ने कहा कि एकनाथ शिंदे के साथ मौजूद सभी विधायकों को अगर लग रहा है कि उनको एनसीपी और कांग्रेस के साथ नहीं रहना है तो आप यहां मुंबई आकर उद्धव ठाकरे के साथ बैठकर चर्चा करें. हम सत्ता को छोड़ने के लिए तैयार हैं. राउत बोले कि मैं एकनाथ शिंदे और उनके विधायकों को आनेवाले 24 घंटे का समय देता हूं.
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गुवाहाटी के जिस होटल रेडिसन ब्लू में महाराष्ट्र के बागी विधायक रुके हुए हैं वहां की तस्वीर देखिए. यहां होटल के गेट पर भारी सुरक्षा बल तैनात है. Photo credit: Ajay Kumar
महाराष्ट्र में इस वक्त संजय राउत प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे हैं. उनके साथ कांग्रेस के विधायक (उद्धव खेमे वाले) भी मौजूद हैं. राउत ने कहा कि शिवसेना के विधायकों का अपहरण किया गया है. संजय राउत ने कहा कि फ्लोर टेस्ट हुआ तो हमारी जीत होगी. संजय राउत के बाद विधायक कैलाश पाटिल ने मीडिया से बात की. वह बोले कि मैं बहुत मुश्किल से वापस मुंबई आया हूं. ऐसे बहुत MLA हैं वहां जो अपनी मजबूरी के कारण वापस नहीं आ पा रहे हैं. कैलाश पाटिल ने कहा कि हमको जबरन सूरत लेकर जाया गया था. मैं वहां के कई किलोमीटर तक भागा था. हम शिवसेना को धोखा नहीं देंगे. कैलाश ने कहा कि विधायकों को अगर कांग्रेस एनसीपी की सरकार पसंद नहीं थी तो उद्धव ठाकरे के सामने आकर बात करनी चाहिए थी.
आगे शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे बहुत जल्द वर्षा बंगले में वापस आएंगे. गुवाहाटी में 21 विधायकों ने हमसे संपर्क किया है और जब वे मुंबई लौटेंगे, तो वे हमारे साथ आएंगे.
कौन थे आनंद दिघे जिनका एकनाथ शिंदे बाल ठाकरे के साथ बार-बार ले रहे हैं नाम
शिवसेना ने आज अर्जेंट मीटिंग बुला ली है. इसमें शिव सेना के सभी पदाधिकारियों को बुलाया गया है. ये मीटिंग दादर में स्थित शिव सेना भवन में होगी.
एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में जो विधायक मौजूद हैं, उनकी सबकी एक ग्रुप फोटो और वीडियो सामने आई है. ये सभी विधायक एकसाथ बैठकर शिवसेना जिंदाबाद, बाला साहेब ठाकरे की जय के नारे लगा रहे हैं. ये विधायक एकनाथ शिंदे तुम संघर्ष करो, हम तुमारे साथ हैं, के नारे भी लगा रहे हैं. इसमें शिवसेना के बागी विधायकों के साथ निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं. इनकी कुल संख्या 42 है.
शिवसेना में बगावत कितनी बढ़ गई है, इसका अंदाजा अब लगता जा रहा है. शिवसेना की जो मीटिंग बुलाई गई है उसमें सिर्फ 12 विधायक पहुंचे हैं. जबकि महाराष्ट्र में शिवसेना के 55 विधायक हैं. एकनाथ शिंदे पहले ही दावा कर चुके हैं कि शिवसेना के 38 विधायक उनके साथ हैं. शिंदे ने भी आज यही कहा था कि 13 विधायकों को छोड़कर सभी विधायक उनके साथ हैं.
ये विधायक पहुंचे मीटिंग में
1) अजय चौधरी
2)रवींद्र वायकर
3)राजन साळवी
4)वैभव नाईक
5)नितीन देशमुख
6)उदय सामंत
7)सुनील राऊत
8)सुनील प्रभू
9)दिलीप लांडे
10)राहुल पाटील
11)रमेश कोरगावकर
12)प्रकाश फातरपेकर
13) आदित्य ठाकरे (मतोश्री में मौजूद)
एनसीपी की जो मीटिंग हुई है उसमें शरद पवार ने बड़ी बातें कहीं. पवार ने बताया कि उन्होंने सीएम उद्धव को कड़ा कदम उठाने को कहा है. बताया गया है कि एनसीपी उनके साथ है. पवार ने कहा कि अगर सत्ता जाती भी है तो वे उस संघर्ष के लिए भी तैयार हैं.
शरद पवार के घर हो रही बड़ी बैठक खत्म हो गई है. यह मीटिंग करीब एक घंटे चली. इसके बाद मंत्री और एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि फ्लोर टेस्ट की नौबत आएगी. हम बातचीत से मुद्दा सुलझा लेंगे. कहा गया कि सरकार बचाने की पूरी कोशिश की जाएगी.
शिवसेना के विधायक सदा सरवनकर के फोटो पर कालिख पोत कर शिवसैनिकों ने ऊसपर गद्दार लिख दिया है. सदा सरवनकर मुंबई के माहिम इलाके से विधायक हैं जो एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी में मौजूद हैं. शिवसेना के बैनर पर लिखे सदा सरवनकर के नाम को भी शिव सैनिकों द्वारा मिटाया गया है.
गुवाहाटी के होटल में एकनाथ शिंदे के साथ कौन-कौन विधायक मौजूद हैं यहां देखिए-
1. महेंद्र होरी
2. भरत गोगावले
3. महेंदर दलवी
4. अनिल बाबर
5. महेश शिंदे
6. शाहाजी पाटील
7. शंभूराजे देसाई
8. धनराज चौगुले
9. रमेश बोरनारे
10. तानाजी सावंत
11. संदीपन बुमरे
12. अब्दुल सत्तार
13. प्रकाश सुरवे
14. बालाजी कल्याणकर
15. संजय सिरसत
16. प्रदीप जैसवाल
17. संयज रायमुलकर
18. संजय गायवाड
19. एकनाथ शिदे
20. विश्वनाथ भोइर
21. शांताराम मोरे
22. श्रीनिवास वांगा
23. प्रकाश अबिटकर
24. चिमनराव पाटील
25. सुहास कांडे
26. किशोरप्पा पाटील
27. प्रताप सरनाइक
28. यामिनी जाधव
29. लता सोनावने
30. बालाजी किनिकर
31. गुलाबराव पाटील
32. योगेश कदम
33. सदा सरवनकर
34. दीपक केसरकर
35. मंगेश कुदलकर
जो शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे के साथ हैं जो कि अभी गुवाहाटी नहीं पहुंचे हैं
1. दादा भूसे
2. संजय बांगड़
3. संजय राठोड़
निर्दलीय विधायक जो गुवाहाटी में हैं
1. राजकुमार पटेल
2. बच्चू काडू
3. नरेंद्र भोंडेकर
4. राजेंद्र पाटील याड्रावकर
5. चंद्रकांत पाटील
6. मंजुला गर्वित
7. आशीष जैसवाल
शरद पवार को विधायकों और सांसदों के साथ जो मीटिंग करनी थी वह फिलहाल शाम 5 बजे तक के लिए टल गई है. यह बैठक इसलिए टाली गई है क्योंकि फिलहाल कुछ नेताओं के साथ शरद पवार के आवास पर बैठक चल रही है. दूसरी तरफ शिंदे गुट का दावा है कि उनके साथ कुल मिलाकर 42 विधायकों हैं. इसमें 35 शिवसेना के बताये जा रहे हैं.
सियासी संकट के बीच सीएम उद्धव ठाकरे सचिवों के साथ बैठक कर रहे हैं. सीएम वर्चुअल रूप से इस बैठक में शामिल हुए हैं. यह संदेश है कि अभी भी सरकार अपना काम कर रही है.
गुवाहाटी में अचानक हंगामा शुरू हो गया है. जिस होटल में बागी विधायक मौजूद हैं, उसके सामने TMC नेता और कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए हैं. उनका कहना है कि असम फिलहाल बाढ़ से जूझ रहा है और उस बीच यहां राजनीति चालें चली जा रही हैं. टीएमसी नेता ने कहा कि ये सब राजनीतिक महाराष्ट्र में जाकर करनी चाहिए.
एक कार्यकर्ता ने कहा कि असम मे करीब 20 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हैं लेकिन राज्य के सीएम महाराष्ट्र सरकार गिराने की कोशिशों में व्यस्त हैं.
शिंदे गुट की शक्ति बढ़ती जा रही है. ताजा अपडेट के मुताबिक, होटल में एकनाथ शिंद के साथ महाराष्ट्र के कुल 42 विधायक मौजूद हैं. इसमें शिवसेना के 34, 8 निर्दलीय विधायक शामिल हैं.
गुवाहाटी के Radisson blue hotel में हलचल तेज हो गई है. Assam ADGP हर्दी सिंह होटल पहुंचे हैं. असम के मंत्री अशोक सिंघल भी होटल पहुंचे हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने दावा किया है कि गुवाहाटी में मौजूद 20 विधायक उनकी तरफ हैं. राउत ने कहा कि आज भी हमारी पार्टी मजबूत है. किस हालात और किस दबाव में उन लोगों ने हमारा साथ छोड़ा उसका खुलासा जल्द होगा... हमारे संपर्क में लगभग 20 विधायक हैं और जब वे मुंबई आएंगे तब इसका खुलासा होगा. जो ED के दबाव में पार्टी छोड़ता है वह बालासाहेब का भक्त नहीं हो सकता.
NCP चीफ शरद पवार की बड़ी बैठक शुरू हो गई है. इसमें डिप्टी सीएम अजीत पवार, राज्य के गृह मंत्री दिलीप वलसे पाटिल, मंत्री जयंत पाटिल, जितेंद्र आव्हाड और पार्टी नेता सुनील तटकरे शामिल हैं.
शिवसेना के सामने नई मुसीबत आ गई है. तीन शिवसेना सांसद भी बीजेपी और शिंदे गुट के संपर्क में बताये जा रहे हैं. इसमें भावना गवली (bhawna Gawli), रामटेक कृपाल तुमने (Ramtek Kripal tumane), राजेंद्र गावित (Rajendra Gawit) का नाम शामिल है. दो सांसद पहले से शिंदे के साथ हैं. इसमें ठाणे से सांसद राजन विचारे और कल्याण से सांसद श्रीकांत शामिल हैं. श्रीकांत एकनाथ शिंदे के बेटे हैं.
ठाणे जिले के पालक मंत्री और शहरी विकास मंत्री एकनाथ शिंदे के पार्टी बगावत के बाद ठाणे जिले के पदाधिकारी व कार्यकर्ता वेट वॉच की भूमिका में हैं. कल्याण-डोंबिवली में कुछ शिवसैनिकों ने सोशल मीडिया पर एकनाथ शिंदे के समर्थन में पोस्ट किया है. वही अब एकनाथ शिंदे के समर्थन में डोंबिवली में बैनर लगे हैं. बैनर पर केवल राजेश कदम का नाम लिखा है, उनके पास उप जिला प्रमुख का पद है जो उन्होंने बैनर पर नहीं लिखा है. साथ ही यह वही शिवसैनिक हैं जो कुछ महीने पहले मनसे पार्टी से शिवसेना में शामिल हुए हैं.
महाराष्ट्र में आज भी बैठकों का दौर जारी रहेगा. 11:00 बजे शरद पवार पार्टी के नेताओं के साथ बैठक करेंगे. महाराष्ट्र में खड़े हुए राजनीतिक संकट पर पार्टी के विधायकों सांसदों और वरिष्ठ नेताओं के साथ शरद पवार की दक्षिण मुंबई में बैठक होगी. अब शरद पवार पर महा विकास अघाड़ी गठबंधन की सारी उम्मीद टिकी हैं. संकट के बीच एनसीपी की सबसे अहम बैठक यह बताई जा रही है.
एकनाथ शिंदे ने अपने नए दावे में कहा है कि उनको शिवसेना के 42 विधायकों का समर्थन मिलेगा. वह बोले कि सिर्फ 13 विधायक छोड़कर बाकी 42 विधायक उनकी तरफ आएंगे. दूसरी तरफ शिंदे ने डिप्टी स्पीकर को लिखा है कि वह शिवसेना के विधायक दल के असली नेता है.
'13 छोड़कर सब आएंगे', उद्धव के साथ नंबर गेम नहीं, क्या है शिंदे का प्लान ऑफ एक्शन
प्रियंका गांधी आज अमेरिका जा रही हैं. लेकिन इससे पहले वह करीब 2 घंटे तक मुंबई एयरपोर्ट पर रुकीं. यहां उन्होंने पार्टी नेताओं से बात की. महाराष्ट्र में सरकार पर आये सियासी संकट के बीच यह मीटिंग अहम मानी जा रही है.
शिंदे खेमे ने मैजिक फिगर 37 तक पहुंचने का दावा किया है. शिवसेना विधायक दीपक केसरकर भी शिंदे कैंप से जुड़ने वाले हैं. आज सुबह-सुबह शिवसेना के दो विधायक मंगेश कुडालकर और सदा सर्वांकर गुवाहाटी होटल पहुंचे. अगर शिंदे खेमे के साथ शिवसेना के 37 विधायक हो जाते हैं, तो आंकड़ा दो तिहाई हो जाएगा और फिर शिंदे कैंप पर दल बदल कानून लागू नहीं होगा. शिंदे कैंप पहले से बीजेपी के साथ सरकार बनाने पर अड़ा है.
ताजा जानकारी के मुताबिक, आज महाराष्ट्र के तीन और विधायक गुवाहाटी पहुंच गए हैं. शिवसेना के इन विधायकों में कुर्ला के विधायक मंगेश कुदालकर और दादर के विधायक सदा सरवानकर शामिल हो सकते हैं.
उद्धव ठाकरे की अपील बेअसर? सात और MLA हुए बागी, एकनाथ शिंदे के पास गुवाहाटी पहुंचे
आज कुर्ला के विधायक मंगेश कुदालकर और दादर के विधायक सदा सरवानकर भी शिंदे कैंप में पहुंच सकते हैं. बताया जाता है कि मुंबई में भी शिंदे के समर्थक तीन शिवसेना विधायक मौजूद हैं. अगर दावे के मुताबिक ये विधायक शिंदे खेमे को ज्वाइन कर लेते हैं तो शिंदे के साथ शिवसेना के विधायकों की संख्या 36 तक पहुंच जाएगी जबकि अन्य 12 विधायक भी शिंदे के साथ बताए जाते हैं.
इस बीच, शिंदे गुट ने 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी को भेजा है. चिट्ठी में कहा गया है कि एकनाथ शिंदे ही शिवसेना विधायक दल के नेता हैं. भरत गोगावले को नया चीफ व्हिप चुन लिया गया है. शिव सेना ने शिंदे को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया था.
महाराष्ट्र की जनता से फेसबुक संवाद में कल उद्धव ठाकरे ने कह दिया है कि इस्तीफा तैयार है. चाहे सीएम पद से से लो, चाहे पार्टी प्रमुख पद से. लेकिन उद्धव ठाकरे कहते हैं कि जो कुछ कहना है, सामने आकर कहो. अब सवाल है कि क्या शिंदे गुट मान जाएगा?
शिवसेना के दो और विधायक शिंदे ग्रुप में जाकर मिल जाएंगे. इसमें कुर्ला से विधायक मंगेश कुंडालकर और दादर से विधायक सदा सरवानकर शामिल हैं. सदा उस इलाके से विधायक हैं जहां शिवसेना भवन स्थित है.
उद्धव के बाद एकनाथ शिंदे ने ट्विटर के जरिये अपनी बात कही. वह बोले कि बेमेल गठजोड़ खत्म करना जरुरी है. उन्होंने कहा कि MVA में शिवसेना का नुकसान हुआ है. 34 विधायकों के हस्ताक्षर वाली चिट्ठी भी उन्होंने दिखाई.
उद्धव ठाकरे ने कल शरद पवार से मीटिंग की. इसके बाद उन्होंने बागी विधायकों को संदेश दिया. इसमें कहा गया कि कोई गद्दारी नहीं करे और सामने आ कर बात करे. ठाकरे ने यह भी कहा कि मैं CM पद और पार्टी प्रमुख की कुर्सी भी छोड़ने को तैयार हूं और मेरे बाद कोई शिवसैनिक अगर सीएम बनेगा तो उनको खुशी ही होगी.
महाराष्ट्र में सियासी गहमा-गहमी के बीच उद्धव ठाकरे कल मुख्यमंत्री आवास से मातोश्री पहुंचे. इस बीच संजय राउत का बड़ा बयान भी आया. वह बोले कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं देंगे. जरूरत पड़ी तो सदन में बहुमत साबित करेंगे.