
महाराष्ट्र में शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी की सरकार गिर गई. बीजेपी के समर्थन से एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के 20वें सीएम बन गए हैं. विधायकों की बगावत के बाद अब कुछ सांसद भी उद्धव गुट के खिलाफ खड़े नजर आ रहे हैं. एक बीजेपी नेता ने तो यहां तक दावा किया है कि शिवसेना के 19 में से 12 सांसद पाला बदलने के लिए तैयार हैं. जबकि, शिवसेना के कुछ सांसदों ने उद्धव ठाकरे को एकनाथ शिंदे से सुलह करने की सिफारिश की है. लेकिन क्या ऐसा होगा, ये बड़ा सवाल है.
दरअसल, शुक्रवार शाम उद्धव ठाकरे ने शिवेसना सांसदों की बैठक बुलाई थी. न्यूज एजेंसी ने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि इस बैठक में शिंदे गुट से पैचअप करने की सलाह दी गई. सूत्रों ने बताया कि उद्धव के साथ बैठक में कहा गया कि शिवसेना के भविष्य के लिए बागी गुट के साथ रहना फायदेमंद रहेगा. हालांकि, इस पर उद्धव ठाकरे ने क्या रिएक्शन दिया, इसे लेकर कोई जानकारी फिलहाल नहीं है.
उद्धव ठाकरे पर क्या बोले एकनाथ शिंदे?
उद्धव गुट को साथ लाने का सवाल एकनाथ शिंदे से भी किया गया. सीएम की कुर्सी संभालने के बाद एकनाथ शिंदे से आजतक ने जब सवाल पूछा गया कि क्या वे उद्धव ठाकरे को साथ लाने की कोशिश करेंगे, इस पर उन्होंने कहा, जो भी फैसले होंगे, हम 50 विधायकों से बात करके ही कदम उठाएंगे. एकनाथ शिंदे ने कहा, अभी तो हम शिवसेना और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बना रहे हैं. एक मजबूत सरकार महाराष्ट्र को देंगे. आगे जैसे-जैसे होता है, देखते जाइए, आगे के जो भी निर्णय हैं, हमारे 50 विधायकों से बात करके ही हर कदम उठाया जाएगा.
जब एकनाथ शिंदे से पूछा गया कि क्या वे शिवसेना प्रमुख बनने की कोशिश करेंगे? इस पर शिंदे ने कहा, हमारी ऐसी कोई कोशिश नहीं है. यानी पैचअप की नई थ्योरी पर दोनों गुटों की तरफ से कोई क्लियर संदेश अभी नहीं है. उधर, उद्धव सख्त मूड में जरूर नजर आ रहे हैं. उन्होंने एकनाथ शिंदे को शिवसेना के सभी पदों से हटा दिया है.
उद्धव के साथ मीटिंग में शिवसेना के 3 सांसद नहीं पहुंचे
माना जा रहा है कि शिवसेना के विधायकों के टूटने के बाद अब सांसदों के भी पाला बदलने के आसार हैं. वहीं, एक केंद्रीय मंत्री के दावों ने इस कयासों को और हवा दे दी. केंद्रीय मंत्री ने दावा किया कि महाराष्ट्र में शिवसेना में विभाजन का लोकसभा पर भी असर पड़ेगा. बीजेपी नेता ने कहा, पार्टी के कुल 19 में से कम से कम 12 सांसद पाला बदलने के लिए तैयार हैं.
उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार शाम को सांसदों की मीटिंग बुलाई थी. इसमें 3 सांसद नहीं पहुंचे. उद्धव की मीटिंग में एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे, भावना गवली और ठाणे से सांसद राजन विचारे मीटिंग में नहीं पहुंचे. भावना गवली अभी ईडी की रडार पर हैं. शिवसेना के लोकसभा में 19 सांसद और राज्यसभा में 3 सांसद हैं.
कल्याण से दो बार सांसद रहे शिंदे के बेटे श्रीकांत पहले ही अपने पिता वाले गुट के साथ जुड़े हैं. वहीं, यवतमाल से पांच बार की सांसद भावना गवली ने उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर बागी गुट की हिंदुत्व से संबंधित शिकायतों पर विचार करने की अपील की थी. ठाणे से सांसद राजन विचारे भी शिंदे की तरह आनंद दीघे को राजनीतिक गुरु मानते हैं.
राज ठाकरे ने की फडणवीस की तारीफ
उधर, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने राज्य के डिप्टी सीएम बनने पर देवेंद्र फडणवीस को बधाई दी, साथ ही पार्टी आलाकमान का फैसला मानने पर उनकी तारीफ की.
दरअसल, माना जा रहा था कि देवेंद्र फडणवीस राज्य के नए सीएम होंगे. लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने एकनाथ शिंदे के सीएम बनने का ऐलान कर दिया और कहा कि वे इस सरकार में शामिल नहीं होंगे. हालांकि, बाद में बीजेपी आलाकमान के कहने पर वे डिप्टी सीएम बने.