
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. उन्हें शिवसेना के विधायकों के बाद अब सांसद भी झटका दे सकते हैं. शिवसेना के सांसद एकनाथ शिंदे के गुट में शामिल हो सकते हैं. दरअसल सोमवार को शिंदे गुट की शिवसेना ने बैठक की, जिसमें शिवसेना के 14 सांसद भी ऑनलाइन शामिल हुए.
इसके तुरंत बाद ही शिवसेना हरकत में आ गई है. शिवसेना के एक सांसद विनायक राउत ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर यह कहा कि लोकसभा में उन्हें शिवसेना संसदीय दल का नेता और राजन विचारे को चीफ व्हिप नियुक्त किया गया है. उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना के किसी दूसरे सांसद द्वारा किसी को व्हिप नियुक्त किया जाता है या कोई और आदेश जारी किया जाता है तो उसे स्वीकार न किया जाए.
वहीं कुछ शिवसेना सांसद के भी शिंदे गुट में जाने के सवाल पर पर संजय राउत ने कहा कि अगर हमारा कोई सांसद उनके साथ जुड़ गया है, उसके लिए भी कानूनी लड़ाई चल रही है.
मोदी-शाह से मुलाकात के बाद करेंगे पीसी
राष्ट्रपति चुनाव के बाद अब 14 सांसदों ने शिंदे ग्रुप को समर्थन देने की बात कही है. अब शिंदे और फडणवीस 12 शिवसेना सांसदों को लेकर दिल्ली में अमित शाह और पीएम मोदी से मुलाकात करेंगे. मंगलवार को वे मीटिंग के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
शिंदे शिवसेना के नए नेता चुने गए
महाराष्ट्र में शिंदे गुट की शिवसेना ने सोमवार को बैठक में कई फैसले लिए. इसमें मौजूदा कार्यकारिणी को भंग कर नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की घोषणा की गई है. इसके साथ-साथ सीएम शिंदे को शिवसेना पार्टी का नया नेता भी चुन लिया गया है. हालांकि बैठक शिवसेना पार्टी प्रमुख की जो पोस्ट उद्धव ठाकरे के पास है उसको ना तो भंग किया गया है और ना ही उसको लेकर कोई नई घोषणा हुई है.
दीपक केसरकर शिवसेना के प्रवक्ता
विधायक दीपक केसरकर को शिंदे गुट ने शिवसेना का नया प्रवक्ता घोषित कर दिया है. रामदास कदम, आनंदराव अडसुली को नेता चुना गया है, वहीं यशवंत जाधव, गुलाबराव पाटिल, उदय सामंत, शरद पोंकशे, तानाजी सावंत, विजय नाहटा, शिवाजीराव अधराव पाटिल को डिप्टी लीडर नियुक्त किया गया है.
मुंबई में कॉमेडी एक्सप्रेस सीजन-1 चल रहा
राज्यसभा सांसद संजय राउत ने तंज कसते हुए कहा कि मुंबई में कॉमेडी एक्सप्रेस सीजन वन चल रहा है. कार्यकारिणी जिसे बालासाहेब ठाकरे ने बनाया था, उसे बर्खास्त किया गया है. जबकि यह पार्टी बालासाहेब ठाकरे की है और बर्खास्त करने वाले विधायकों पर खुद अयोग्य ठहराये जाने की तलवार लटक रही है.
संजय राउत ने बागी विधायकों की तरफ इशारा करते हुए कहा कि आपका एक अलग गुट हो सकता है. आप अपने गुट की अलग राजनीति करें लेकिन आप शिवसेना से पंगा मत लीजिए.
वहीं सांसद विनायक राउत बोले कि शिंदे गुट को राष्ट्रीय कार्यकारिणी बर्खास्त करके नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी बनाने का कोई अधिकार ही नहीं है. उद्धव ठाकरे पहले ही मध्यावधि चुनाव की चुनौती दे चुके हैं.