
Maharashtra Politics Crisis: महाराष्ट्र की लड़ाई में आखिरकार भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) खुलकर सामने आ गई है. राज्यपाल से मुलाकात कर बीजेपी ने खुद फ्लोर टेस्ट की मांग कर दी है. राज्यपाल से कहा गया है कि उद्धव सरकार (uddhav thackeray) को फ्लोर टेस्ट का निर्देश दें. दूसरी तरफ उद्धव गुट फिलहाल नंबर गेम में पिछड़ता दिख रहा है. इस वजह से वह फ्लोर टेस्ट से बचना चाहता है. अगर राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया तो वह उद्धव खेमा सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकता है.
महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार का दिन भी हलचल भरा रहा. महाराष्ट्र, गुवाहाटी और दिल्ली तीनों जगह मीटिंग्स का लंबा सिलसिला चला.
महाराष्ट्र की सियासी लड़ाई कहां तक पहुंच चुकी है जानिए
-- सबसे ताजा जानकारी यह है कि बागी शिंदे गुट (eknath shinde) आज शाम तक मुंबई पहुंच सकता है. हालांकि, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि फ्लोर टेस्ट का आदेश मिलने के बाद उद्धव खेमा सुप्रीम कोर्ट में जाता है या नहीं. मुंबई पहुंचने के बाद केंद्रीय सुरक्षा बल शिंदे कैंप को सुरक्षा देगा.
-- दूसरी तरफ महाराष्ट्र में बीजेपी अब साफ तौर पर सक्रिय हो गई है. पहले देवेंद्र फडणवीस दिल्ली गये. यहां उन्होंने अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की. फिर वह मुंबई आए और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले. राज्यपाल से फडणवीस ने कहा कि उद्धव सरकार अल्पमत में है, क्योंकि शिवसेना के 39 विधायक उनसे अलग हो गये हैं, ऐसे में राज्यपाल को फ्लोर टेस्ट का आदेश देना चाहिए.
-- वहीं उद्धव सरकार नंबर गेम में इस वक्त पीछे दिख रही है, इसलिए ही शायद वह फ्लोर टेस्ट की नौबत नहीं आने देना चाहती. खबर है कि अगर फ्लोर टेस्ट का आदेश आता है तो उद्धव खेमा सुप्रीम कोर्ट का रुख कर सकता है. उद्धव गुट मांग करेगा कि फ्लोर टेस्ट से पहले 16 बागी विधायकों की सदस्यता खत्म करने के केस का निपटारा किया जाए. इसपर 12 जुलाई को अगली सुनवाई होनी है.
-- कल दोपहर को उद्धव ने बागियों से फिर संवाद किया. इसमें वापस लौटने की भावुक अपील की गई. उद्धव ने कहा कि मुखिया के नाते में यह ही कह सकता हूं कि अभी बहुत देर नहीं हुई है. आप लोग मुंबई आकर मेरे सामने बैठें और शंकाओं को दूर करें. हम लोग एकसाथ बैठक जरूर कोई रास्ता निकाल लेंगे. कहा गया कि शिवसेना ने जो आदर सम्मान आपको दिया है वह कहीं और नहीं मिलेगा. उद्धव ने यहां तक कह डाला कि आप लोग दिल से अभी भी शिवसेना के साथ हैं.
-- उद्धव की इस अपील के बाद एनसीपी नेता सुप्रिया सुले का भी एक बयान आया. इससे साफ हुआ कि कौन अपना है कौन बागी इस पर सब अपने अपने दावे कर रहे हैं. सियासी संकट के बीच सुप्रिया सुले ने कहा कि मुझे नहीं लगता एकनाथ शिंदे के पास बहुमत है. उद्धव ठाकरे की अपील के बाद सुप्रिया सुले बोलीं कि कहा सरकार आती जाती रही है, रिश्ते लंबे चलते हैं.