
कर्नाटक और केरल के बाद बाढ़ से सबसे ज्यादा महाराष्ट्र बेहाल है. पुणे संभाग के सभी पांच जिलों सांगली, कोल्हापुर, सतारा, पुणे और सोलापुर में बाढ़ के कारण अब तक 43 लोगों की मौत हो गई है. तीन अभी लापता है.
करीब 584 गांवों से 4 लाख 74 लोगों को निकाला गया. इन बाढ़ पीड़ितों के लिए 596 राहत शिविर बनाए गए हैं. कोल्हापुर में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीमें राहत और बचाव कार्य चला रही हैं.
केरल और कर्नाटक में बाढ़ से 130 लोगों की मौत
बाढ़ की चपेट में अकेले महाराष्ट्र नहीं है. केरल से कर्नाटक तक भयंकर बाढ़ से त्राहिमाम-त्राहिमाम हो रहा है. दोनों राज्यों में अब तक करीब 130 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. मौत का ये आंकड़ा बढ़ सकता था, अगर बाढ़ के क्रोध से मुठभेड़ के लिए एनडीआरएफ के जवानों ने मोर्चा नहीं संभाला होता.
कर्नाटक के बेलगाम में कृष्णा नदी ने आसपास के इलाकों को निगलना शुरू किया तो अफरा-तफरी मच गई. सेना, नेवी और एनडीआरएफ की टीमों ने पानी में फंसे परिवारों को बाहर निकालने का जिम्मा उठाया. बाढ़ से बचाए गए एक मासूम ने जब बचाव टीम का हाथ हिलाकर शुक्रिया अदा किया तो परेशानी और तनाव के इस माहौल में भी हर चेहरे पर मुस्कुराहट तैर गई.