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उद्धव की कोड लैंग्वेज सीखने की ख्वाहिश, ताकि पढ़ सकें अजित पवार का दिमाग- संजय राउत

संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे जब अयोध्या में कदम रखेंगे तब वे सीखेंगे कि प्रभु श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण के लिए शिवसेना ने क्या योगदान दिया. वे समझेंगे कि प्रभु राम क्यों हमारे आराध्य और गौरव हैं. राउत ने ये भी कहा कि देश के सभी नेताओं को प्रभु श्रीराम को अच्छी तरह समझने के लिए अयोध्या जाना चाहिए.

शिवसेना सांसद संजय राउत (फाइल फोटोः पीटीआई) शिवसेना सांसद संजय राउत (फाइल फोटोः पीटीआई)
पंकज खेळकर
  • पुणे,
  • 21 फरवरी 2021,
  • अपडेटेड 1:14 PM IST
  • शरद पवार को ऐसी कोड लैंग्वेज में हासिल है महारत- संजय राउत
  • कहा- प्रभु राम को समझने के लिए हर नेता को जाना चाहिए अयोध्या

शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने कहा है कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार ऐसी कोड लैंग्वेज से अच्छी तरह वाकिफ हैं जो ये पढ़ सके कि दूसरे के दिमाग और दिल में क्या चल रहा है. राउत के मुताबिक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे भी ऐसी भाषा शायद सीखना चाह रहे हों. राउत शनिवार को शिवसेना कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए पुणे में थे. उनको संबोधित करने से पहले राउत ने मीडिया से बात की.  

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राउत को इस मौके पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के उस बयान का ध्यान दिलाया गया जो उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती पर दिया था. सीएम उद्धव ने तब कहा था कि वे सीक्रेट कोड लैंग्वेज सीखना चाहते हैं. इस पर राउत ने चुटीले अंदाज में कहा, “शायद उद्धवजी ने महसूस किया हो कि शासन के लिए किसी को ‘इंगित’ भाषा का सीखना जरूरी है जिससे कि दूसरे के दिल और दिमाग को पढ़ा जा सके."

राउत ने ये भी कहा कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार इकलौते ऐसे नेता हैं जिन्हें इस कोड लैंग्वेज में महारत हासिल है. उनके अलावा महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के पास भी दूसरों के दिमाग को पढ़ने की क्षमता है. हो सकता है कि उद्धव ठाकरे, अजित पवार के दिमाग में चल रहे विचारों को डिकोड करने में समर्थ होने की इच्छा रखते हों.   

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राउत ने ये भी कहा कि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इमरजेंसी देश के राष्ट्रपति से उचित मंजूरी लेने के बाद लगाई थी. लेकिन अभी लगता है कि केंद्र सरकार का देश में इमरजेंसी जैसे हालात लाने के लिए छिपा हुआ एजेंडा है. राउत का ध्यान महाराष्ट्र बीजेपी अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के इस बयान की ओर दिलाया गया कि पीएम मोदी कभी मुस्लिमों के खिलाफ नहीं रहे, असल में वही एपीजे अब्दुल कलाम को देश का राष्ट्रपति बनाने के लिए जिम्मेदार थे. इस पर राउत ने कहा कि जब कलाम को देश के राष्ट्रपति उम्मीदवार के लिए चुना गया था तब मोदी राष्ट्रीय राजनीति से काफी दूर थे.

किसी का नाम लिए बिना राउत ने कहा कि आज राजनेताओं में ऐसी चीजों का श्रेय लेने की भी होड़ मची है जो उन्होंने की ही नहीं. राउत के मुताबिक ऐसे अपरिपक्व व्यक्तियों को लोग अच्छी तरह समझते हैं और ये व्यक्ति खुद ही अपने आप को हंसी का पात्र बना रहे हैं.

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या के प्रस्तावित दौरे बारे में संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे जब अयोध्या में कदम रखेंगे तब वे सीखेंगे कि प्रभु श्रीराम जन्मभूमि पर मंदिर के निर्माण के लिए शिवसेना ने क्या योगदान दिया. वे समझेंगे कि प्रभु राम क्यों हमारे आराध्य और गौरव हैं. राउत ने ये भी कहा कि देश के सभी नेताओं को प्रभु श्रीराम को अच्छी तरह समझने के लिए अयोध्या जाना चाहिए.

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