
मुंबई में क्रूज जहाज में ड्रग्स का मामला सामने आने के बाद से ही महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और वरिष्ठ एनसीबी नेता नवाब मलिक (Nawab Malik) लगातार एनसीबी (NCB) पर हमलावर हैं. नवाब मलिक एजेंसी और मुंबई एनसीबी प्रमुख समीर वानखेड़े (Samir Wankhede) की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहे हैं. नवाब मलिक द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद अब महाराष्ट्र बीजेपी नेता राम कदम (BJP Leader Ram Kadam) ने पलटवार किया है.
बीजेपी नेता राम कदम ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र सरकार ड्रग पैडलर्स को बचा रही है. आजतक से बात करते हुए राम कदम ने कहा, ''आखिर क्यों शरद पवार से लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और नवाब मलिक तक एनसीबी के पीछे पड़े हैं? समीर वानखेड़े अच्छा काम कर रहे हैं. ड्रग के जाल को साफ कर रहे हैं. ऐसे में उनके काम के बीच में क्या लोग आ रहे हैं?''
उन्होंने आगे कहा कि वसूली के पीछे भी महाराष्ट्र सरकार है. इसके अलावा, मुंबई एनसीबी चीफ समीर वानखेड़े की सचिन वाझे से तुलना पर राम कदम ने कहा कि पूरे देश को पता है कि सचिन वाझे किसके लिए काम करता था. महाराष्ट्र सरकार न तो मुंबई पुलिस को ड्रग्स के खिलाफ काम करने दे रही है और न ही केंद्रीय एजेंसियों को ऐसा करने दे रही है.
इससे पहले नवाब मलिक ने शनिवार को एनसीबी पर आरोप लगाया कि उनके सभी गवाह फिक्स्ड हैं. फिक्स्ड गवाहों के जरिए ही एनसीबी फर्जी मामले बनाती है. नवाब मलिक ने एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े की वकील बहन जैसमीन वानखेड़े की फ्लेचर पटेल नाम के एक शख्स के साथ तस्वीर दिखाते हुए आरोप लगाया कि एक तरफ तो जहां फ्लेचर जैसमीन का मुंह बोला भाई है, वहीं दूसरी ओर फ्लेचर एनसीबी के कई मामलों में पंच विटनेस होता है.
क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद नवाब मलिक ने रेड को ही फर्जी बता दिया था. उन्होंने कहा था कि पूरी छापेमारी फर्जी थी. उन्होंने साथ ही यह भी मांग की है कि समीर वानखेड़े की कॉल डिटेल की भी जांच हो. नवाब मलिक ने ये भी दावा किया कि आर्यन खान के पास कुछ भी नहीं मिला. प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला उसे फंसाने के लिए वहां ले गए. इन दोनों को छोड़ भी दिया गया.