
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे और सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने दावा किया है कि उद्धव ठाकरे गुट के कई विधायक और सांसद हमारे संपर्क में हैं. जल्द ही पता चल जाएगा. श्रीकांत ने उद्धव को चुनौती भी दी है. श्रीकांत यहां मुंबई के पास डोंबिवली में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे.
बता दें कि इससे पहले केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने भी दावा किया था. उन्होंने अक्टूबर के आखिरी सप्ताह में बयान दिया था और कहा था- शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) अब खत्म हो गई है. कोई शिवसेना नहीं बची है. जो 5-6 विधायक बाकी हैं, वे भी साथ छोड़ देंगे. किसी भी समय बीजेपी के साथ आ सकते हैं. 2019 के चुनाव में शिवसेना के 56 विधायक जीते थे, उनमें से सिर्फ 5-6 बाकी रह गए हैं. वे भी साथ छोड़ेंगे. किसी भी समय मेरे संपर्क में आ सकते हैं.
मध्यावधि चुनाव का बयान टाइम पास के लिए
अब सीएम एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे का भी बयान आया है. डॉ. श्रीकांत शिंदे ने कहा- ठाकरे गुट के कुछ विधायक और सांसद हमारे संपर्क में हैं और आने वाले समय में पता चलेगा कि कौन-कहां जा रहा है और किसके संपर्क में है. उन्होंने उद्धव ठाकरे पर तंज भी कसा. कहा- उद्धव का मध्यावधि चुनाव का बयान एक टाइम पास के लिए किया गया है, ताकि बाकी विधायक कहीं न जाएं. उन्होंने कुछ विधायकों को झुनझुना पकड़ाया है.
शिंदे की बगावत से गिर गई थी उद्धव की सरकार
इसी साल जून में एकनाथ शिंदे ने 40 से ज्यादा विधायकों के साथ उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत कर दी थी. शिंदे का आरोप था कि पार्टी अपनी विचारधारा से हटकर काम कर रही है और बागी विधायकों को तवज्जो नहीं दी जा रही है. बाद में उन्होंने बीजेपी के समर्थन से नई सरकार बनाने का दावा पेश किया. उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था और एकनाथ शिंदे नए सीएम बनाए गए. सरकार में देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाया गया है.
दोनों गुटों को मिले हैं नए चुनाव चिह्न और पार्टी नाम
महाराष्ट्र की नई सरकार में एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया गया था. जबकि बीजेपी की तरफ से देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम बने थे. अब आगे बीएमसी चुनाव हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे एक बार फिर आमने-सामने हैं. हाल ही मे दोनों नेताओं ने शिवसेना पर दावा किया था. बाद में चुनाव आयोग ने दोनों गुटों को नई पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न आवंटित किए थे. उद्धव गुट को पार्टी का नाम 'शिवसेना उद्धव बालासाहेब ठाकरे' दिया है और चुनाव चिह्न 'ज्वलंत मशाल' (मशाल) मिला है. इसी तरह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के गुट को पार्टी का नाम 'बालासाहेब की शिवसेना' का दिया है और 'दो तलवारें और एक ढाल' चुनाव चिह्न मिला है.