
महाराष्ट्र में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग ने एक बार फिर से जोर पकड़ लिया है. महाराष्ट्र पुलिस ने मुंबई-पुणे हाईवे पर कलामबोली के पास सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण दिए जाने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे मराठा क्रांति मोर्चा के प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस छोड़े हैं. हालांकि इस संगठन ने अब प्रदर्शन को बंद करने का फैसला लिया है.
वहीं औरंगाबाद के कनाड विधानसभा क्षेत्र के शिवसेना विधायक हर्षवर्धन जाधव ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा स्पीकर को भेज दिया है. शिवसेना के बाद अब एनसीपी के विधायक भाऊसाहेब पाटील चिकटगावकर ने भी इसी मुद्दे पर इस्तीफा स्पीकर को भेज दिया है. वह औरगांबाद के वैजापुर से विधायक हैं.
मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर चल रहा राज्यव्यापी प्रदर्शन हिंसक होने के बाद महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस पूरे मामले पर बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के विरोध का संज्ञान लिया है और इस पर कई फैसले लिए हैं. सरकार उनसे बात करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के आरक्षण के लिए कानून बनाया था लेकिन बॉम्बे हाईकोर्ट ने उसपर स्टे लगा दिया था.
इससे पहले, प्रदर्शनकारियों के पथराव में एक कांस्टेबल की मौत हो गई जबकि नौ अन्य जख्मी हो गए. आज मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद का आह्वान किया था. मुंबई में सुबह कई जगहों पर बेस्ट बसों पर पथराव किया गया. ठाणे में ट्रेनें रोक दी गईं. लेकिन दोपहर होते-होते हिंसा तेज होते देख मराठा क्रांति मोर्चा ने मुंबई बंद वापस ले लिया. हालांकि, ठाणे और नवी मुंबई में प्रदर्शन जारी रहेगा.
औरंगाबाद में किसान जगन्नाथ सोनावने ने आरक्षण की मांग को लेकर जहर खा लिया. उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसकी मौत हो गई.
नवी मुंबई में स्कूल-कॉलेज बंद रखे गए हैं. ठाणे और जोगेश्वरी में लोकल ट्रेनों को भी रोका गया. इस कारण लोगों को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारियों ने कई गाड़ियों को भी फूंक दिया था और दो प्रदर्शनकारियों ने खुदकुशी करने की कोशिश की.
महाराष्ट्र बंद का सबसे ज्यादा असर औरंगाबाद और आसपास के जिलों में देखने को मिला है. जहां कल आरक्षण के पक्ष में निकाले गए मार्च के दौरान एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी. जहर खाने वाले दूसरे प्रदर्शनकारी की भी अस्पताल में मौत हो गई. इस शख्स का नाम जग्गनाथ सोणानने बताया जा रहा है.
30 फीसदी हैं मराठा समुदाय...
राजनीतिक तौर पर प्रभावशाली मराठा समुदाय के लिए आरक्षण का मामला बेहद विवादास्पद मुद्दा है. राज्य की आबादी में करीब 30 फीसदी मराठा हैं. इसके पहले समुदाय के नेता अपनी मांगों को लेकर विभिन्न जिलों में रैलियां निकाल चुके हैं. पिछले साल मुंबई में मराठा क्रांति मोर्चा ने एक बड़ी रैली का आयोजन किया था.
पुलिस कांस्टेबल की मौत..
कल नदी में कूदकर जान देने वाले एक मराठा प्रदर्शनकारी के अंतिम संस्कार स्थल के पास तैनात एक पुलिस कांस्टेबल की मौत हो गई. पुलिस का कहना है कि उसकी मौत के कारणों का अभी पता नहीं है. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है. उनके हाथों और पैरों पर चोट के निशान हैं. उसी स्थल पर तैनात अन्य पुलिसकर्मी पथराव में जख्मी हो गए.
गौरतलब है कि 27 वर्षीय काकासाहब शिंदे औरंगाबाद में एक पुल से गोदावरी नदी में कूद गया था. उसे नदी से निकालकर अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
शिवसेना सांसद से धक्कामुक्की...
शिवसेना सांसद चंद्रकांत खैरे को प्रदर्शनकारियों के गुस्से का सामना करना पड़ा जब वह शिंदे के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए औरंगाबाद के कायगांव गए थे.
पुलिस ने बताया कि भीड़ ने उनके साथ धक्का - मुक्की की. उन्हें स्थान छोड़ना पड़ा. पुलिस ने बताया कि सांसद की गाड़ी पर भी पथराव हुआ था.
लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले दागे...
औरंगाबाद की पुलिस अधीक्षक आरती सिंह ने बताया कि भीड़ को संभालने मौजूद पुलिस कर्मियों ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे. एक अधिकारी ने बताया कि जलना के घनसांगवी थाने पर प्रदर्शनकारियों के पथराव में आठ पुलिसकर्मी जख्मी हो गए
उन्होंने बताया कि कायगांव में प्रदर्शनकारियों ने दमकल की एक गाड़ी को भी आग लगा दी. प्रदर्शनकारियों ने लातूर जिले के निलांगा तहसील में हैदराबाद-लातूर बस पर भी पथराव किया.
आरक्षण पर कोर्ट करेगी फैसला...
सांगली में राजस्व मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने मराठा आरक्षण को लेकर कहा कि राज्य सरकार ने जो भी उसके बस में था किया. अब इस मामले पर अदालत फैसला करेगी. मंत्री ने कहा कि कुछ ‘पेड’लोग मराठा आंदोलन में घुस गए हैं.