
मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने लोकसभा चुनाव के दौरान मुंबई हमलों में शहीद हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था. इस बयान के खिलाफ एनसीपी एमएलसी प्रकाश गजभिए ने आज यानी बुधवार को अनोखे अंदाज में प्रदर्शन किया.
शरद पवार की पार्टी एनसीपी के एमएलसी प्रकाश गजभिए पुलिस की वर्दी पहनकर विधान परिषद पहुंचे. इस दौरान उनके हाथ में एक तख्ती भी थी, जिस पर लिखा था, 'यह एक अंधविश्वास है कि मैं साध्वी प्रज्ञा के श्राप के कारण मर गया, मैंने देश के लिए अपना जीवन न्यौछावर कर दिया.'
क्या कहा था साध्वी प्रज्ञा ने
साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हेमंत करकरे की शहादत पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि उन्होंने मुझे गलत तरीके से फंसाया, मैंने उन्हें बताया था कि तुम्हारा पूरा वंश खत्म हो जाएगा, वो अपने कर्मों की वजह से मरे हैं. प्रज्ञा ने आरोप लगाया कि हेमंत करकरे ने मेरे साथ काफी गलत तरीके से व्यवहार किया था और गलत तरीके से फंसाया था.
कौन थे हेमंत करकरे?
हेमंत करकरे मुंबई में हुए आतंकी हमले में आतंकवादियों की गोलियों का शिकार हुए थे. इसके अलावा जिस केस में साध्वी प्रज्ञा आरोपी थीं, उस मालेगांव सीरियल ब्लास्ट की जांच इनके पास ही थी. हालांकि, उनकी चार्जशीट पर कई तरह के सवाल खड़े हुए थे.
26/11 आतंकी हमले में शहीद तत्कालीन एटीएस प्रमुख हेमंत करकरे का जन्म 12 दिसंबर 1954 को करहड़े ब्राह्मण परिवार में हुआ था. 1982 में वो आईपीएस अधिकारी बने, महाराष्ट्र के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर के बाद इनको एटीएस चीफ बनाया गया था. इस दौरान इन्होंने कई कारनामे किए. 26 नवंबर 2009 में इस शहीद की शहादत को सलाम करते हुए भारत सरकार ने मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया था.