
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे सोमवार को धरने पर बैठे समाजसेवी अन्ना हजारे से मिलने रालेगण सिद्धि पहुंचे. अन्ना हजारे की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल का सोमवार को छठा दिन था. उम्र के 81वें पड़ाव पर पहुंच चुके अन्ना हजारे 30 जनवरी से अनशन पर बैठे हैं. अन्ना हजारे लोकपाल को लागू करने, सभी राज्यों में लोकायुक्त नियुक्त करने की मांग कर रहे हैं, साथ ही वह किसानों का मुद्दा भी उठा रहे हैं.
अन्ना हजारे से मिलने के बाद राज ठाकरे ने उन्हें अपना समर्थन जताया. ठाकरे ने कहा कि अन्ना हजारे ऐसे लोगों के लिए अपनी जान को दांव पर लगा रहे हैं जिन्हें उनकी परवाह नहीं है.
राज ठाकरे अन्ना से मिलने के बाद नरेंद्र मोदी सरकार पर भड़के. उन्होंने कहा, "मैंने उन्हें नालायक पाखंडियों के लिए अपनी जान खतरे में नहीं डालने के लिए कहा है."
राज ठाकरे ने कहा कि अन्ना को इस निर्दयी सरकार के लिए अपनी जान की बाजी नहीं लगानी चाहिए. उन्होंने कहा कि ये अब तक की सबसे बड़ी झूठ बोलने वाली सरकार है. ठाकरे ने कहा कि उन्होंने नरेंद्र मोदी जैसा झूठा पंतप्रधान आज तक नहीं देखा है. केन्द्र सरकार पर बरसते हुए राज ठाकरे ने कहा कि उन्होंने अन्ना को समझाया है कि इन नालायक लोगों के लिए जान पर बन आए ऐसा कोई कदम उन्हें नहीं उठाना चाहिए. राज ठाकरे ने अन्ना से अपील की और कहा कि उन्हें अनशन छोड़ देना चाहिए.
राज ठाकरे ने लोकपाल बिल पर नरेंद्र मोदी के पुराने स्टैंड को लोगों को याद दिलाया. उन्होंने कहा कि 2013 में 18 दिसंबर को नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया था कि लोक पाल बिल पारित होना चाहिए, तब बीजेपी ने भी कहा था कि लोक पाल बिल आना चाहिए, लेकिन आज पांच साल पूरे होने को आए हैं और बावजूद इसके इस शख्स ने कुछ नहीं किया.
राज ठाकरे ने कहा कि सच्चाई ये है के हमारे अन्ना ने उस समय देश का माहौल बदला इसी वजह से नरेंद्र मोदी अब सत्ता में बैठे हैं. राज ठाकरे ने कहा कि अगर अन्ना जोर लगाएं तो अगले चुनाव में ये सरकार जा भी सकती है.
एमएनएस चीफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल पर भी बरसे. उन्होंने कहा कि भारत के लोग जानते नहीं थे कि केजरीवाल कौन है, अन्ना की वजह से ही देश ने उन्हें जाना लेकिन वो अबतक अन्ना से मिलने नहीं आए हैं. उन्होंने कहा कि लोगों का इस्तेमाल करना और फिर लोगों को फेंक देना इतना ही इस सरकार को आता है, अन्ना की सेहत से उन्हें कोई मतलब नहीं है. बता दें कि पिछले 6 दिनों में अन्ना का वजन 6 किलो कम हो गया है.