
महाराष्ट्र के परभणी में मॉब लांचिंग का मामला सामने आया है. यहां भीड़ ने बकरी चोरी के शक में तीन बच्चों को बेरमही से इतना पीटा कि एक की मौत हो गई. वहीं दो बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं. दरअसल, मामला महाराष्ट्र के परभणी तहसील के उखलद गांव का है. यहां तीन बच्चों को बकरी चोरी के शक की बुनियाद पर भीड़ ने पिटाई कर दी. इनमें से एक की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. दो का इलाज जारी है.
घटना की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने भीड़ के चंगुल से तीनों बच्चों को छुड़ाकर अस्पताल पहुंचाया. हालांकि इलाज के दौरान एक बच्चे की मौत हो गई है, जबकि दो का इलाज जारी है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने एक्शन लेते हुए 9 लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर चार को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं अन्य की तलाश जारी है.
बता दें कि इससे पहले भी महाराष्ट्र में मॉब लिंचिंग के मामले सामने आते रहे हैं. पिछले साल दिसंबर में सांगली जिले में बच्चा चोरी करने के शक में भीड़ ने चार साधुओं पर हमला कर दिया था. यह घटना जाट तहसील के लवंगा गांव में हुई थी, जिसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था. चारों साधु यूपी के रहने वाले थे और एक कार में कर्नाटक के बीजापुर से पंढरपुर के मंदिर की ओर जा रहे थे. तभी रास्ता पूछने के दौरान उन पर हमला किया गया था.
2020 में पालघर में हुई थी मॉब लिचिंग
महाराष्ट्र के पालघर जिले में 16 अप्रैल 2020 को मॉब लिंचिंग की घटना हुई थी. यहां बच्चा चोरी के शक में दो साधु समेत 3 लोगों की बेरहमी से पिटाई की गई थी. भीड़ ने 70 साल के साधु कल्पवृक्ष गिरी और 35 साल के साधु सुशील गिरी के साथ उनके ड्राइवर नीलेश तेलगाडे की हत्या कर दी थी. पुलिस ने इस मामले में करीब 250 लोगों को गिरफ्तार किया था. दोनों साधु अपनी गाड़ी से मुंबई से सूरत जा रहे थे तभी पालघर के गढ़चिंचले गांव में भीड़ ने उनकी हत्या कर दी थी. इसको लेकर अब राज्य सरकार सीबीआई जांच कराने जा रही है.