
इन दिनों महाराष्ट्र में पढ़ा-लिखा युवा वर्ग MPSC परीक्षा के देरी से आने वाले नतीजे , MPSC में नौकरी की वेकन्सी के आंकड़ों में कटौती और अन्य कई मामले जो MPSC परीक्षा से जुड़े है उन्हें में बदालव को लेकर नाराज दिखाई दे रहे है.
बुधवार के दिन अहमदनगर के रहने वाले अविनाश शेटे ने मुंबई मंत्रालय के पास खुद को जलाने की कोशिश की थी. वजह सामने आई कि शेटे परीक्षा के लिए बहुत मेहनत करने के बावजूद फ़ेल होने से नाराज था. पिछले कई दिनों से वो मंत्रालय के चक्कर काट रहा था. अविनाश रिवैल्युएशन की मांग कर रहा था, लेकिन कोई भी वरिष्ठ अधिकारी उसकी बात को तवज्जो नहीं दे रहा था. इसलिए उसने खुद को जलाने की कोशिश की. शेटे जैसे हजारों युवा हैं जो MPSC की परीक्षा दे चुके हैं. लेकिन इस साल MPSC परीक्षा पास होने वालों को भी नाराजगी से गुजरना पड़ सकता है, क्योंकि MPSC परीक्षा की वेकेंसी महज 69 ही है. इस कारण महाराष्ट्र के औरंगाबाद और अब पुणे में हजारों की संख्या में युवाओं ने मोर्चा खोल दिया है.
महाराष्ट्र स्पर्धा परीक्षा से जुड़ी विभिन्न मांगों की पूर्ति करने की मांग को लेकर औरंगाबाद के हजारों छात्र और छात्राएं सड़क पर उतर आए हैं. जय भगवान महासंघ के बैनर तले छात्रों ने क्रांति चौक से विभाग आयुक्त कार्यालय तक रैली निकाली.
पुणे में भी विशाल मार्च किया गया. आरक्षण के लिए इस मोर्चा में राज्य के पढ़े-लिखे बेरोजगार शामिल हुए. गुरुवार को अपनी विभिन्न मांगों के लिए पुणे में MPSC के विद्यार्थियों ने शनिवार को डीएम कार्यालय तक मोर्चा निकाला. मोर्चे में शामिल उच्च शिक्षित बेरोजगार युवकों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार उनकी नौकरियां छीनने का काम कर रही है.
छात्रों की ये है मांग
1 - राज्य सेवा के पदों में बढ़ोतरी की जाए.
2- MPSC में बायोमेट्रिक की तर्ज पर उपस्थिति ली जाए.
3 - तमिलनाडु पैटर्न इस्तेमाल किया जाए.
4 - परीक्षा के डमी रैकेट मामले की जांच सीबीआई से कराई जाए.
5 - राज्य और जिला लेवल पर खाली जगह भरी जाए.