Advertisement

'Hi babe... जब तक तुम ये पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा', पत्नी पर आरोप लगाते हुए एनिमेटर ने क्या-क्या लिखा

निशांत ने सुसाइड करने से पहले कमरे के दरवाजे पर 'डू नॉट डिस्टर्ब' का साइन लगा दिया था. जब कई घंटों तक दरवाजा नहीं खुला, तो होटल स्टाफ ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला और अंदर उसका शव लटका मिला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

निशांत त्रिपाठी (फाइल फोटोः फेसबुक) निशांत त्रिपाठी (फाइल फोटोः फेसबुक)
दिव्येश सिंह
  • मुंबई ,
  • 07 मार्च 2025,
  • अपडेटेड 6:08 PM IST

मुंबई के विले पार्ले इलाके में एक 41 वर्षीय एनिमेटर निशांत त्रिपाठी ने होटल के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. ये कदम उठाने से पहले निशांत ने अपनी कंपनी की वेबसाइट पर एक सुसाइड नोट पोस्ट किया, जिसमें उसने अपनी पत्नी अपूर्वा पारीक और उसकी मौसी को खुदकुशी के लिए जिम्मेदार ठहराया है.

पालघर के रहने वाले निशांत सुसाइड से तीन दिन पहले विले पार्ले के एक होटल में आकर ठहरे थे. 28 फरवरी को उन्होंने फांसी लगा ली. सुसाइड नोट में निशांत ने अपनी पत्नी को लेकर लिखा- 'Hi babe, जब तक तुम ये पढ़ोगी, मैं जा चुका होऊंगा. मेरे आखिरी लम्हों में मैं तुमसे नफरत कर सकता था, लेकिन मैं ऐसा नहीं कर रहा हूं. इस पल के लिए मैं सिर्फ प्यार को चुनता हूं. मैंने तुमसे तब भी प्यार किया था, अब भी करता हूं और जैसा वादा किया था, मेरा प्यार कभी कम नहीं होगा.'

Advertisement

सुसाइड नोट में निशांत ने अपनी मां के लिए लिखा कि 'मां जानती हैं कि मेरी बाकी परेशानियों के अलावा, तुम (अपूर्वा) और तुम्हारी मौसी प्रार्थना भी मेरी मौत की जिम्मेदार हो. इसलिए मैं तुमसे हाथ जोड़कर विनती करता हूं कि अब मां के पास मत जाना. वह पहले ही पूरी तरह टूट चुकी हैं, उन्हें शांति से शोक मनाने दो.'

सुसाइड नोट के अंत में निशांत ने अपनी पत्नी के लिए एक कविता भी लिखी, जिसमें अपने प्यार का इजहार किया.

होटल के कमरे में फंदे से लटका मिला शव

बता दें कि निशांत ने सुसाइड करने से पहले कमरे के दरवाजे पर 'डू नॉट डिस्टर्ब' का साइन लगा दिया था. जब कई घंटों तक दरवाजा नहीं खुला, तो होटल स्टाफ ने मास्टर चाबी से दरवाजा खोला और अंदर उसका शव लटका मिला. इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई.

Advertisement

पत्नी और मौसी पर केस दर्ज

पुलिस जांच में निशांत का सुसाइड नोट उसकी कंपनी की वेबसाइट पर मिला. निशांत की मां, जो कानपुर में रहती हैं, उन्होंने अपनी बहू अपूर्वा और उसकी मौसी प्रार्थना के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है. उनकी शिकायत के आधार पर पुलिस ने अपूर्वा पर BNS धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाने) के तहत मामला दर्ज कर लिया है.

पुरुषों के अधिकारों और जेंडर न्यूट्रल कानूनों पर बहस तेज

इस मामले ने एक बार फिर पुरुषों के अधिकार और जेंडर न्यूट्रल कानूनों पर बहस छेड़ दी है. इससे पहले बेंगलुरु के टेक्निकल इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या का मामला भी चर्चा में था. अतुल ने 24 पन्नों का सुसाइड नोट छोड़ा था, जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए थे. अतुल का शव उसके फ्लैट में लटका मिला था, जहां उसने 'जस्टिस इज ड्यू' लिखा हुआ एक प्लेकार्ड भी रखा था. वहीं, जनवरी में दिल्ली में भी ऐसा ही मामला सामने आया था, जहां एक 40 वर्षीय बेकरी मालिक पुनीत खुराना ने तलाक की प्रक्रिया के दौरान आत्महत्या कर ली थी. परिवार ने पत्नी और ससुराल वालों पर उत्पीड़न का आरोप लगाया था.

नोट:- (अगर आपके या आपके किसी परिचित के मन में आता है खुदकुशी का ख्याल तो ये बेहद गंभीर मेडिकल एमरजेंसी है. तुरंत भारत सरकार की जीवनसाथी हेल्पलाइन 18002333330 पर संपर्क करें. आप टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर 1800914416 पर भी कॉल कर सकते हैं. यहां आपकी पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी और विशेषज्ञ आपको इस स्थिति से उबरने के लिए जरूरी परामर्श देंगे. याद रखिए जान है तो जहान है.)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement