
बीएमसी देश के सबसे अमीर नगर पालिका में से एक है. बीएमसी का वार्षिक बजट देश की किसी भी नगर पालिका में सब से अधिक होता होता है. वहीं मुंबई के लोग बीएमसी से काफी अपेक्षा भी रखते हैं कि बीएमसी मुंबई के लोगों के लिए नयी नयी सुविधा शुरू करती रहती है. इस बार बीएमसी की तरफ़ से एक महत्वपूर्ण नीति की शुरुवात की जानी है.
बीएमसी द्वारा शून्य प्रिस्क्रिप्शन नीति के अन्तर्गत इस पालिसी में मरीजों को बीएमसी अस्पतालों में सभी आवश्यक दवाएं नि:शुल्क मिल जाएगी. पहले मरीजों को कुछ दवाई के लिए बाहर जाना पड़ता था. मगर इस नीति की घोषणा के बाद अब जल्द ही मरीजों को बीएमसी अस्पतालों में ही सारी दवाई उपलब्ध करवायी जायेगी.
बीएमसी अब इस नीति के तहत खरीदी गई वस्तुओं की अपनी सूची जिस में बुखार की दवा, ग्लूकोज, आईवी सेट, सर्जिकल उपकरण, परीक्षण किट सहित 1,000 दवाएं थी. अब इस सूची को 1,000 से बढ़ाकर 4,000 कर रही है. यह कदम बीएमसी द्वारा संचालित अस्पतालों में दवाओं की कृत्रिम कमी की जांच के बाद उठाया गया है, जिसके कारण मरीजों को दवाई बाहर से खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ता था.
समग्र देश में बीएमसी इस नीति को लागू करने वाला भारत का पहला नगर निगम बन जाएगा. वहीं इस नीति के अंतर्गत बीएमसी द्वारा 1500 करोड़ रुपये के विशेष स्वास्थ्य पैकेज की घोषणा की गई है, जिसमें उसके अस्पतालों में मरीजों के लिए अधिक मुफ्त दवाएं, वृद्धों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की डोरस्टेप डिलीवरी भी की जाएगी.