
मुंबई के सीएसटी स्टेशन के पास हुए पुल हादसे में एक बड़ा खुलासा हुआ है. अभी तक सामने आई शुरुआती जांच रिपोर्ट में इस हादसे के पीछे बीएमसी की गलती नज़र आ रही है. गुरुवार हुए हादसे के बाद से ही रेलवे और बीएमसी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है.
सामने आई रिपोर्ट की मानें तो कुछ समय पहले जब अंधेरी में पुल हादसा हुआ था तब इस पुल का भी ऑडिट हुआ था. ये पुल 1981 में बना था और इसकी जिम्मेदारी बीएमसी के इंजीनियरों के पास थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑडिट के बाद BMC को कुछ सुधार करने को कहा गया था. लेकिन उसे ठीक नहीं किया गया था. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि अगर सुधार नहीं हुआ था तो ब्रिज को रोक सकते थे. जो पुल गिरा है उसके गार्डर पर जंग लगा हुआ था इसी वजह से पुल नीचे गिरा. जंग लगने के कारण पुल कमजोर हो रहा था.
गुरुवार को भी जब हादसा हुआ था उसके तुरंत बाद ही बीएमसी और रेलवे के अधिकारियों ने जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ना शुरू कर दिया था. बीएमसी के अधिकारी कह रहे थे कि पुल रेलवे के अंतर्गत आता है, यही वजह है कि हादसे को लेकर उनसे ही सवाल किए जाएं.
शुक्रवार सुबह ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस सेंट जॉर्ज अस्पताल घायलों से मिलने पहुंचे. उन्होंने कहा कि इस हादसे की जिम्मेदारी किसकी है ये शाम तक तय हो जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस मामले की जांच करवा रहे हैं, इस घटना पर केस भी दर्ज किया जा चुका है.
आपको बता दें कि दक्षिणी मुंबई में एक रेलवे स्टेशन के पास गुरुवार शाम करीब 7 बजे फुट ओवर पुल का बड़ा हिस्सा ढह जाने से 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 32 अन्य घायल हो गए. मरने वालों में 3 महिलाएं भी शामिल हैं. जब ब्रिज गिरा था तो वहां पर कई लोग मौजूद थे. इसके अलावा कई गाड़ियां भी ब्रिज के नीचे मौजूद थीं.