
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना फिर से परेशानी का सबब बनता नजर आ रहा है. मुंबई में कोरोना के नए मामलों की बात करें तो ये तादाद एक हजार के पार पहुंच गई है. चिंता की बात ये है कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट मुंबई में तबाही मचा रहे हैं. 12वें जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान स्वैब टेस्ट के जो नतीजे सामने आए हैं, वे चिंता बढ़ाने वाले हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक 14 से 24 मई तक कराए गए 12वें जीनोम सीक्वेंसिंग के दौरान 279 लोगों के स्वैब सैंपल टेस्ट के लिए भेजे गए थे. इनमें से 278 लोग कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमित पाए गए. एक मरीज के डेल्टा स्ट्रेन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है. ये जानकारी बृहन्मुंबई महानगरपालिका यानी बीएमसी की ओर से दी गई है.
बीएमसी के मुताबिक कस्तूरबा हॉस्पिटल में संचालित जीनोम सीक्वेंसिंग लैब में इन सैंपल्स का परीक्षण किया गया. 279 में से 202 सैंपल्स मुंबई शहर के थे जबकि अन्य सैंपल्स शहर से बाहर के बताए जा रहे हैं. बीएमसी का कहना है कि अकेले मुंबई के 202 में से 201 स्वैब सैंपल के परीक्षण में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट के संक्रमण की पुष्टि हुई है. ये आंकड़ा करीब 99.5 फीसदी है.
बीएमसी ने कहा है कि 202 में से तीन संक्रमितों में ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.4 और एक में BA.5 से संक्रमण की पुष्टि हुई है. बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट से संक्रमित पाए गए चारों मरीजों के पिछले 15 दिन में देश या महाराष्ट्र से बाहर की ट्रैवल हिस्ट्री नहीं मिली. ये सभी संक्रमित होम आइसोलेशन में ही ठीक हो गए.
26 फीसदी संक्रमित 41 से 60 आयुवर्ग के
बीएमसी की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक ओमिक्रॉन संक्रमित मुंबई के 202 में से 24 यानी 12 फीसदी संक्रमित शून्य से 20 वर्ष की उम्र के हैं. इसी तरह 88 संक्रमित यानी 44 फीसदी 21 से 40 आयुवर्ग, 52 मरीज यानी 26 फीसदी 41 से 60 आयुवर्ग, 32 संक्रमित यानी 13 फीसदी लोग 61 से 80 आयुवर्ग के हैं. पांच संक्रमितों की उम्र 80 साल से अधिक है.
बताया जाता है कि शून्य से 20 आयुवर्ग के पॉजिटिव पाए गए सभी 24 सैंपल्स में ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट की पुष्टि हुई है. कहा ये भी जा रहा है कि ओमिक्रॉन संक्रमित 202 में से दो ऐसे भी हैं जिन्होंने वैक्सीन की केवल एक डोज ली है. नौ संक्रमित अस्पताल में भर्ती हुए जिनमें से केवल एक संक्रमित को ICU में रखा गया. 71 संक्रमितों ने कोविड वैक्सीन नहीं ली थी. इनमें से नौ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जिनमें से दो आईसीयू की जरूरत पड़ी और इन दो में से एक संक्रमित की मौत हो गई.
मुंबई में अलर्ट पर जंबो कोविड सेंटर
मुंबई में हर दिन सामने आ रहे एक हजार से अधिक नए मामलों और ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BA.4 और BA.5 के मामलों को देखते हुए शासन-प्रशासन भी एक्शन में आ गया है. मुंबई में जंबो कोविड सेंटर्स अलर्ट पर हैं. इन्हें फिर से एक्टिव करने की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. मलाड के जंबो कोविड सेंटर के डीन ने कहा कि हम किसी भी तरह के हालात से निपटने के लिए तैयार हैं.
ऑक्सीजन टैंक फुल, स्टैंडबाई पर डॉक्टर
मलाड जंबो कोविड सेंटर के डीन ने कहा है कि 11 चिकित्सकों की तैनाती की गई है और कई डॉक्टर स्टैंडबाई हैं. उन्होंने बताया कि ऑक्सीन के टैंक फुल करा लिए गए हैं. जरूरत पड़ी तो ये सेंटर दो दिन में सेवा देना शुरू कर देगा. दूसरी तरफ, आम लोगों को मास्क पहनने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की हिदायत भी दी जा रही है. गौरतलब है कि 13 जून को महाराष्ट्र में कोरोना के 1885 नए मामले सामने आए थे और एक संक्रमित की मौत भी हुई थी. अकेले मुंबई में 1118 केस सामने आए थे.