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मुंबई: कोरोना संकट के बीच कंफ्यूज कर रहा स्वाइन फ्लू! एक्सपर्ट्स ने दी यह सलाह

मुंबई में कोरोना संकट के बीच H1N1 वायरस यानी स्वाइन फ्लू के मामले भी देखने को मिले हैं. दोनों में लक्षण एक जैसे होते हैं इसलिए कंफ्यूजन हो रही है.

कोरोना संकट के बीच सामने आए स्वाइन फ्लू के मामले कोरोना संकट के बीच सामने आए स्वाइन फ्लू के मामले
मुस्तफा शेख
  • मुंबई,
  • 21 जून 2021,
  • अपडेटेड 2:24 PM IST
  • कोरोना संकट के बीच कंफ्यूज कर रहा स्वाइन फ्लू
  • मुंबई में स्वाइन फ्लू के भी मामले सामने आ रहे हैं
  • कोरोना और स्वाइन फ्लू दोनों सांस से संबंधी रोग हैं

कोरोना संकट के बीच महाराष्ट्र के मुंबई से चिंता बढ़ाने वाली खबर आई है. वहां कोरोना के साथ-साथ H1N1 वायरस यानी स्वाइन फ्लू के मामले भी देखने को मिले हैं. दरअसल, स्वाइन फ्लू और कोविड-19 के लक्षण लगभग एक जैसे होते हैं, ऐसे में मरीज के साथ-साथ इलाज करने वाला भी कंफ्यूज भी हो जाता है कि आखिर बीमारी है क्या. अब संक्रामक रोग विशेषज्ञों ने डॉक्टर्स को सलाह दी है कि अगर मरीज में कोरोना के लक्षण दिख रहे हैं, लेकिन वह उसके इलाज से ठीक नहीं हो रहा है, तो फिर स्वाइन फ्लू के इलाज के बारे में सोचना चाहिए.

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संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉक्टर वसंत निग्वेकर ने इस साल में अबतक मुंबई में स्वाइन फ्लू के तीन और H3N2 के दो मामले देखे हैं. यह स्वाइन फ्लू का ही रूप है. इनमें से एक मरीज तो ऐसा था जो कि कोविड-19 से ठीक हुआ और फिर उसे स्वाइन फ्लू हो गया.

कोरोना से ठीक मरीज फिर से पड़ा था बीमार, टेस्ट हुआ तो चला पता

डॉक्टर वसंत ने बताया,'हाल में मैंने दो मरीजों का इलाज किया जिनको सर्दी, बुखार और सिरदर्द था. इसमें से एक मरीज, जिसकी उम्र 30 साल होगी वह हाल में ही कोरोना से ठीक हुआ था. किसी को अगर कोविड-19 हुआ और वह ठीक हो गया, तो बेहद कम चांस हैं कि उसे 90 दिनों के अंदर फिर से कोरोना संक्रमण हो. ऐसे में उसे फिर से वैसे ही लक्षण मिलने पर मुझे शक हुआ. फिर हमने H1N1 का टेस्ट किया, जो कि पॉजिटिव आया.'

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दूसरी एक्सपर्ट डॉक्टर तनु सिंघल (बाल रोग और संक्रामक रोग) ने भी बताया कि ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में अगर मरीज पर कोविड ट्रीटमेंट का असर नहीं हो रहा है, तो फिर स्वाइन फ्लू के टेस्ट के बारे में सोचना चाहिए.

बता दें कि कोविड-19 और H1N1 दोनों ही सांस से संबंधित बीमारी हैं. ऐसे में कंफ्यूजन होने के चांस ज्यादा हैं, इसलिए सही जांच जरूरी है. मुंबई में पिछले साल स्वाइन फ्लू के 44, 2019 में 451 केस सामने आए थे. इसमें 5 मौत भी शामिल थी.

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