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मुंबई बारिश: रिपोर्टर के सवाल पर उद्धव को आया गुस्‍सा, आप जाओ और रोको बारिश

बीएमसी पर राज कर रही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे लोगों तक मदद पहुंचाने की जगह रिपोर्टर्स को धमकाते दिखाई दे रहे हैं. बारिश के बाद बदतर हुए हालात पर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि बीएमसी की ओर से इससे निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. इसी पर जब एक रिपोर्टर ने उद्धव ठाकरे से सवाल किए तो उद्धव भड़क उठे और सारा जिम्‍मा प्रकृति पर फोड़ दिया.

उद्धव ठाकरे उद्धव ठाकरे
कमलेश सुतार
  • मुंबई ,
  • 30 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 6:59 PM IST

मायानगरी मुंबई और इसके आसपास के इलाके में मूसलाधार बारिश की मुसीबत टूट पड़ी है. मुंबई में सोमवार देर रात थमी बारिश मंगलवार सुबह से रुक-रुककर जारी है. वहीं इस वजह से 5 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लापता हैं. इस बीच मौसम विभाग ने अगले 2-3 दिनों तक भारी बारिश की आशंका जताते हुए रेड अलर्ट जारी किया है. वहीं बीएमसी पर राज कर रही शिवसेना के प्रमुख उद्धव ठाकरे लोगों तक मदद पहुंचाने की जगह रिपोर्टर्स को धमकाते दिखाई दे रहे हैं. बारिश के बाद बदतर हुए हालात पर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि बीएमसी की ओर से इससे निपटने के लिए कोई कदम नहीं उठाया गया. इसी पर जब एक रिपोर्टर ने उद्धव ठाकरे से सवाल किए तो उद्धव भड़क उठे और सारा जिम्‍मा प्रकृति पर फोड़ दिया.

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'बाहर जाओ और बारिश रोको'

बारिश का मौसम आते ही बीएमसी के दावों की पोल खुल जाती है. ऐसे में उद्धव ठाकरे से जब रिपोर्टर ने सवाल कि‍या कि वॉटर लॉगिंग की वजह से हुई 5 मौतों के लिए बीएमसी को क्‍यों जिम्‍मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए? इस सवाल कर उद्धव ठाकरे काफी गुस्‍सा हो गए और रिपोर्टर से कहा कि आप बाहर जाओ और बारिश रोको. उद्धव ने आगे कहा कि राजनीति के लिए मैं इतना नीचे नहीं गिर सकता. एमसीडी पर लगे आरोपों को नकारते हुए उद्धव ने आगे कहा कि मैं बेवकूफ नहीं हूं जो कहूं कि बारिश की वजह से मुंबई नहीं थमी, लेकिन इस बात पर ध्‍यान देना चाहिए कि पानी को पंप आउट करके लेवल घटाया गया है. लोगों को मुंबई की भौगोलिक स्थिति पर ध्‍यान देना चाहिए. निचले इलाकों में हाई टाइड और भारी बारिश के समय  बाढ़ की स्थिति बनना सामान्‍य है. हम प्रकृति से एक लिमिट के बाद नहीं लड़ सकते हैं.शिवेसना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरोप लगाने वालों को पहले अपने गिरेबां में झांकना चाहिए. बीएमसी बेहतरीन ढंग से इस आफत का सामना कर रही है.

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सीएम ने लिया जायजा

एक तरफ मुंबई महानगरपालिका पर राज करने वाली पार्टी शिवसेना इस दौरान गायब रही. बारिश से हालात बेकाबू होते देख मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस बीएमसी के आपात नियंत्रण कक्ष पहुंच गए थे और हालात का जायजा लिया था. उन्होंने इस संबंध में गृहमंत्री राजनाथ सिंह और पीएम नरेंद्र मोदी से भी बात की थी. इसके बाद मुंबई में एनडीआरएफ और नेवी की टीमों को तैनात किया गया. नेवी ने कोलाबा और सीएसटी स्टेशन पर खाना भी बांटा. हालांकि आदित्य ने मंगलवार शाम को बारिश पर फेसबुक लाइव किया था लेकिन उन्‍होंने कोई मदद की घोषणा नहीं की.

कई लापता

बारिश रूकने के बाद पटरी पर लौटी मुंबई लेकिन मौत का आंकड़ा बढ़ गया है. कार में दम घुटने के बाद एक वकील की मौत हो गई. वहीं पवई लेक में गिरने के बाद एक और शख्स ने तोड़ा दम. शहर के नामी डॉक्टर दीपक अमरापुर्कर के लापता होने की खबर है. वह मंगलवार की शाम 6:45 बजे से लापता बताए जा रहे हैं. उनके मैनहोल में बहने की आशंका जताई जा रही है. समता नगर में 26 साल का एक शख्स मैनहोल में बह गया. वहीं मालवाणी इलाके में अपने परिवार के गणेश विसर्जन को निकला 17 साल का एक लड़के के भी पानी में बहने की खबर है. मौसम विभाग की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक, कोलाबा में 111 MM, सांताक्रूज में 328 MM बारिश दर्ज की गई. अगले 24 घंटों के दौरान कई इलाकों में बहुत तेज बारिश की आशंका जताई गई है. भारी बारिश के बाद से बाधित हुई लोकल ट्रेन सेवा कुछ जगहों पर बहाल होनी शुरू हो गई है. शीव स्टेशन के रास्ते अप और डाउन ट्रेनों की सेवा धीरे-धीरे चल रही है. फंसी हुई ट्रेनों को पहले निकाला जाएगा, फिर सीएमएमटी-ठाणे रूट की सेवाएं शुरू होंगी.

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BMC कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द

BMC ने मुंबई के हालात देखते हुए अपने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रदद् कर दी हैं. बारिश के कारण मुसीबत में फंसे लोगों के लिए इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 1916 जारी किया गया है. BMC ने बताया कि जल भराव पर काबू पाने के लिए छह बड़े पंपिंग स्टेशन स्थापित किए गए हैं और उसके 30 हजार कर्मचारी राहत व बचाव कार्यों में लगे हैं. इस मूसलधार बारिश ने शहर में रेल, सड़क और हवाई सेवा को भी बाधित कर दिया. कई जगहों पर पेड़ गिर गए और लोग कई घंटों तक रास्ते में फंसे रहे. इससे पहले मुंबई में मंगलवार को रेकॉर्ड 298 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई, जिससे वर्ष 2005 में आई आपदा की याद फिर ताजा हो गई. इस मूसलाधार बारिस की वजह से मुंबई के उपनगर विक्रोली में दो घरों के ढहने से दो बच्चों सहित तीन लोगों की मंगलवार को मौत हो गई.

 

 

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