22 हजार करोड़ की धोखाधड़ी मामले में ED ने ओंकार समूह के 10 ठिकानों पर की छापेमारी

ओंकार रियल्टर्स और डेवलपर्स के 10 ठिकानों पर झुग्गी पुनर्वास और विकास योजनाओं की आड़ में किए गए 22000 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी के मामले में छापेमारी चल रही है.

Advertisement
सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर

दिव्येश सिंह / मुनीष पांडे

  • मुंबई/दिल्ली,
  • 25 जनवरी 2021,
  • अपडेटेड 5:04 PM IST
  • बैंक से लोन लेने का मामला
  • ईडी कर रही है मामले की जांच

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) आज मुंबई में ओंकार समूह के ठिकानों पर छापेमारी कर रहा है. ओंकार रियल्टर्स और डेवलपर्स के 10 ठिकानों पर झुग्गी पुनर्वास और विकास योजनाओं की आड़ में किए गए 22000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में छापेमारी चल रही है. यह कंपनी मुंबई के प्रमुख पुनर्विकास परियोजनाओं में शामिल सबसे प्रमुख कंपनियों में से एक है.

ईडी आज ओंकार समूह के अधिकारियों के सात आवासीय परिसरों और कंपनी के तीन कार्यालय परिसर में छापेमारी कर रही है. एजेंसी के अधिकारी मुख्य रूप से बाबूलाल वर्मा और कमल किशोर गुप्ता की जांच करेंगे, जिन्हें ओंकार समूह का क्रमशः प्रबंध निदेशक और अध्यक्ष कहा जाता है.

Advertisement

ईडी के वरिष्ठ अधिकारियों ने कहा कि समूह पर एसआरए योजनाओं के तहत दी गई विभिन्न अनुमतियों का दुरुपयोग करने का आरोप है. समूह ने यस बैंक से ऋण के माध्यम से लिए गए लगभग 450 करोड़ रुपये भी निकाल लिए. पिछले साल यस बैंक के सह संस्थापक राणा कपूर की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले की जांच ईडी कर रही है.

बॉम्बे उच्च न्यायालय में ओंकार समूह समेत दो कंपनियों के खिलाफ 2019 में एक याचिका दायर की गई थी. आरोप है कि इन दो फर्मों ने झुग्गी निवासियों के नाम पर जाली दस्तावेज बनाए थे और झुग्गी पुनर्वास प्राधिकरण (एसआरए) के साथ मिलीभगत करके LoI हासिल कर लिया. इस LOI के आधार पर दोनों कंपनियों ने उत्तरी पश्चिमी मुंबई के जोगेश्वरी क्षेत्र में पुनर्विकास के लिए यस बैंक सहित विभिन्न बैंकों से लगभग 22000 करोड़ रुपये का लोन ले लिया.

Advertisement

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement