
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ED) की जांच को लेकर केंद्र को घेरा है. सीएम ने कहा कि प्रताप सरनाईक के पीछे जानबूझकर ED को लगाया गया है. विधायक को सुप्रीम कोर्ट से सुरक्षा मिली तो अब उनके बेटे को बुला रहे हैं. अगर उनका पोता होता तो उसे भी ED बुला लेती. सीएम ने कहा कि कोई भी आए और मारकर जाए, हम सहन नहीं करेंगे.
महाराष्ट्र का शीतकालीन सत्र सोमवार से शुरू हुआ था. सत्र से पहले विपक्ष की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर महाराष्ट्र में अघोषित इमरजेंसी होने की बात कही गई थी. अब इस पर उद्धव ठाकरे ने जवाब दिया है. बता दें कि 175 करोड़ रुपये के मनी लॉन्ड्रिंग केस में शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक को सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली हुई है. टॉप्स ग्रुप प्रमोटरों और अन्य के खिलाफ दर्ज किए गए मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने प्रताप सरनाईक को पूछताछ के लिए बुलाया था. इस पूछताछ को लेकर प्रताप सरनाईक ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. इस मामले में उनके बेटे को भी ED पूछताछ के लिए बुला चुकी है.
बीजेपी ने चाय पार्टी का किया बहिष्कार
भारतीय जनता पार्टी ने सीएम उद्धव ठाकरे की चाय पार्टी के बहिष्कार का निर्णय लिया था. सीएम उद्धव ठाकरे ने शीतकालीन सत्र के पहले सभी पार्टियों को चाय पार्टी के लिए आमंत्रित किया था. सत्र से जुड़े सवालों को लेकर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें उन्होंने कहा था 'सत्र कल से शुरू होगा और उसके अगले दिन समाप्त हो जाएगा. इसका मतलब ये है कि यह सत्र सिर्फ एक दिन के लिए है. पूरा सत्र बिना किसी काम के ही खत्म हो जाएगा. इसके अलावा हमने सत्र को नागपुर में आयोजित करने की मांग रखी थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
किसान आंदोलन के बहाने बीजेपी पर निशाना
किसान आंदोलन के मसले पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि 'किसान ऐसे सर्द मौसम में दिन-रात सड़क पर बिता रहे हैं. बीजेपी के नेताओं को मिलकर यह तय करना चाहिए कि वे कौन से किसान हैं, जो वामपंथी हैं, पाकिस्तानी हैं या चीन से आए हैं? आपको एक बात समझने की जरूरत है कि आप हमारे किसानों के साथ अन्याय कर रहे हैं और आप उन्हें राष्ट्रविरोधी कहते हैं? यह हमारी संस्कृति नहीं है. हमारे किसानों से बात करने के बजाय बीजेपी उन्हें पाकिस्तानी, राष्ट्र विरोधी कह रही है. ये वही लोग (बीजेपी) हैं जो पाकिस्तान से चीनी और प्याज ला रहे हैं, तो अब वही पाकिस्तान से किसान भी ला रहे हैं?'