
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने आजतक के मुंबई मंथन के मंच से कहा कि हमारे राज में उत्तर भारतीय मुंबई और महाराष्ट्र में पूरी तरह से महफूज है. उन्होंने कहा कि किसी भी उत्तर भारतीय से पूछ लीजिए कि वो आज सबसे ज्यादा सेफ महसूस करते हैं.
उन्होंने कहा कि गुजरात में दंगे फैलाने वाले कौन थे, उनके चेहरे का नकाब उतर गया है. गुजरात और महाराष्ट्र दोनों राज्यों में उत्तर भारतीय सेफ हैं. यहां उत्तर-दक्षिण सभी मजदूर अपने को सुरक्षित महसूस कर रहे हैं.
मराठा के लिए हमने काम किया
फडणवीस ने कहा कि मराठा आंदोलन हमारी सरकार के समय शुरू नहीं हुआ. 20 सालों से चल रहा है. हमारी सरकार ने जरूर सकारात्मकता के साथ निर्णय लिया है. मराठा के गढ़ में पहली बार कांग्रेस-एनसीपी हारी और हम जीते. हमारे फैसलों के कारण वे हमारे पीछे हैं.
भीमा कोरेगांव की असलियत सामने आ रही
उन्होंने कहा कि भीमा कोरेगांव की घटना के पीछे किसका हाथ था, धीरे-धीरे हमने इसके पीछे का सच लाना शुरू किया है. दलित समुदाय को हमारे काम पर भरोसा है. अंबेडकर के स्मारक के लिए तीन दिनों में जगह मिल गई और उनका स्मारक बन रहा है.
फडणवीस ने कहा कि किसान के नाम पर जो लोग नासिक से मुंबई चलकर आए उनमें से एक भी किसान नहीं था, आदिवासी थे और खेती के लिए जमीन की मांग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जमीन का पट्टा मांग रहे थे. इसे पूरे देश में किसानों का मार्च बता दिया गया. हमने उनमें से 35-40 फीसदी को जमीनें आंवंटित की हैं.
किसान का 21 हजार करोड़ बीजेपी सरकार ने माफ किया
उन्होंने कहा कि हमने पिछली सरकारों की तुलना में हमने 4 हजार करोड़ के मुकाबले 21 हजार करोड़ की मदद की है. 450 करोड़ के मुकाबले साढ़े आठ हजार करोड़ की खरीद की. इसलिए जिला पंचायत और ग्राम पंचायतों के चुनाव में किसानों ने हमारा साथ दिया है.
ओवैसी और प्रकाश अंबेडकर का साथ के सवाल पर फडणवीस ने कहा कि ओवैसी जी के विचारों से हम कभी मेल नहीं खा सकते. हम सौ फीसदी उनके खिलाफ लड़ेंगे. लोग बहुत होशियार हैं. केवल गठबंधन से ही वोट नहीं देते. लोग हमें ही वोट देंगे.
उन्होंने कहा कि ध्रुवीकरण का जमाना नहीं है, लोगों को असलियत बतानी पड़ेगी. कांग्रेस इसलिए मार खा रही है, क्योंकि वह सभी नावों पर पैर रखने की कोशिश कर रही है.