Advertisement

मुंबई: माता-पिता ने PUBG खेलने से मना किया तो नाबालिग ने छोड़ दिया घर

नाबालिग के माता-पिता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 15 दिन से वह कॉलेज भी नहीं गया और रात में जब उसके माता-पिता सो जाते थे तो उनके मोबाइल से रातभर पबजी गेम खेलता रहता था. बाद में माता-पिता को मालूम हुआ कि वह स्कूल भी नहीं जाता और गेम का आदी हो गया.

बच्चों में पबजी गेम की दीवानगी से माता-पिता परेशान (सांकेतिक तस्वीर) बच्चों में पबजी गेम की दीवानगी से माता-पिता परेशान (सांकेतिक तस्वीर)
दिव्येश सिंह
  • मुंबई,
  • 22 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 12:02 AM IST

  • माता-पिता ने पबजी गेम खेलने से मना किया तो नाराज हो गया किशोर
  • साइबर सेल ने जांच में पाया कि गेम में टॉप लेवल पर पहुंच गया था आयुष
  • पुलिस को शक कि गेम के चक्कर में पुणे चला गया, जांच में जुटी टीम

ऑनलाइन गेम पबजी को लेकर किशोर युवकों में दीवानगी कम होने का नाम नहीं ले रही है. महाराष्ट्र के नवी मुंबई में एक माता-पिता ने अपने 16 साल के बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई है कि ऑनलाइन गेम खेले जाने से मना किए जाने से नाराज होकर उसने घर छोड़ दिया है.

Advertisement

नवी मुंबई के नेरुल में रहने वाले आयुष छुदाजी जो नवी मुंबई में एचएससी का छात्र है, वह पिछले सोमवार को ही घर छोड़कर चला गया, और तब से वापस लौटकर घर नहीं आया.

नाबालिग युवक के माता-पिता की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले 15 दिन से वह कॉलेज भी नहीं गया और रात में जब उसके माता-पिता सो जाते थे तो उनके मोबाइल से रातभर पबजी गेम खेलता रहता था. बाद में माता-पिता को मालूम हुआ कि वह स्कूल भी नहीं जाता और गेम का आदी हो गया. और इसके लिए उसे डांट भी लगाई गई.

नाबालिग के पिता ठाणे में एक निजी फर्म में काम करते हैं तो मां नवी मुंबई के फर्म में काम करती हैं.

किशोर के पुणे जाने की संभावना

नवी मुंबई पुलिस की साइबर सेल ने पबजी अकाउंट आईडी चेक किया तो पता चला कि वह गेम टॉप लेवल पर पहुंच गया था. उसके कुछ दोस्तों से पूछताछ के बाद पुलिस ने पाया कि पबजी गेम के जरिए बने एक दोस्त ने उसे पुणे में एक साइबर कैफे में नौकरी का ऑफर दिया था जहां उसके पास बिना किसी रोक-टोक के पबजी गेम खेलने का मौका रहेगा.

Advertisement

पुलिस को शक है कि वह पुणे गया होगा, लेकिन माना जा रहा है कि उसने पबजी आईडी बदल दिया होगा और एक नए आईडी के साथ गेम खेल रहा होगा.

नवी मुंबई की क्राइम ब्रांच की एक टीम पुणे में है और वह वहां के सभी बड़े साइबर कैफे की जांच कर रही है कि वहां पर बच्चा काम करता हुआ मिल जाए, लेकिन अभी तक कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला है. यहां तक की सर्विलांस के जरिए भी नजर बनाई जा रही है कि अगर कोई बच्चा ऑनलाइन पबजी गेम खेलता है तो उसका लोकेशन पता चल जाए.

नाबालिग के एक करीबी रिश्तेदार का कहना है कि आयुष कभी भी मुंबई के बाहर नहीं गया है, लेकिन पबजी गेम की लत के कारण उसने घर छोड़ दिया और पुणे चला गया. पुलिस अफसर उसे तलाशने की कोशिश में जुटे हैं.

पिछले महीने मुंबई से एक नाबालिग ने भारत में पबजी गेम पर बैन लगाने के लिए याचिका दाखिल की जिसके बाद कोर्ट ने केंद्र सरकार से इस संबंध में हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया है.

पबजी खेलने से मना करने पर कर दी हत्या

इससे पहले इसी साल जून में महाराष्ट्र के ठाणे जिले के भिवंडी इलाके में 15 साल के एक किशोर ने अपने मोबाइल पर पबजी गेम खेलने को लेकर डांटने पर अपने बड़े भाई की कथित तौर पर हत्या कर दी.

Advertisement

स्थानीय वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के अनुसार पीड़ित मोहम्मद शेख (19) ने सुबह जब छोटे भाई को अपने मोबाइल पर पबजी खेलने से मना किया तो वह नाराज हो गया. उसने अपने भाई का सिर कथित तौर पर दीवार पर दे मारा और उस पर लगातार कैंची से हमला किया. बाद में अस्पताल ले जाने के दौरान उसकी मौत हो गई.

पबजी जैसे कई गेम किशोर और युवावस्था के लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है, लेकिन यह माता-पिता के लिए सिरदर्द बना हुआ है.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement