
सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका को खारिज कर दिया और बॉम्बे हाई कोर्ट जाने के लिए कहा. कोर्ट ने कहा कि ये बेहद गंभीर मामला है, इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट क्यों करे, हाई कोर्ट क्यों नही? मुकुल आप ये बताए कि 226 के तहत इस मामले की सुनवाई क्यों नही हो सकती? आप केवल उदाहरण दे रहे है अनुच्छेद 32 का. परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगाया था कि उन्होंने सचिन वाजे को 100 करोड़ वसूलने का टारगेट दिया था.
हस्तक्षेपकर्ता पाटिल के वकील ने कहा कि इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट में होनी चाहिए. इस पर परमबीर सिंह के वकील मुकुल रोहतगी ने कहा कि 32 को लेकर सुप्रीम कोर्ट के कई फैसलों को हमने कोर्ट के समक्ष रखा है.
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस मामले में आप कुछ आरोप लगा रहे है और मंत्री कुछ आरोप लगा रहे हैं. इस मामले में हाई कोर्ट सुनवाई क्यों नहीं कर सकता, हम मानते हैं कि ये मामला बेहद गंभीर है, इस मामले की सुनवाई हाई कोर्ट कर सकता है, आपकी जो भी डिमांड है, आप हाई कोर्ट के समक्ष रखें.
इस पर मुकुल रोहतगी ने कहा कि हम हाई कोर्ट में याचिका दाखिल आज ही कर देंगे, आप हाई कोर्ट को कहें कि मामले की सुनवाई कल की जाए. इस पर कोर्ट ने कहा कि हम कोई निर्देश नहीं देंगे. सुप्रीम कोर्ट ने पूरे मामले को एनआईए सौंपने और कोर्ट में सुनवाई को लाइव टेलिकास्ट करने की मांग को भी ठुकरा दिया है.
परमबीर सिंह ने की थी सीबीआई जांच की मांग
पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. मुंबई के पुलिस कमिश्नर पद से हटाये जाने के बाद परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र सरकार के गृहमंत्री के खिलाफ एक चिट्ठी लिखी थी. ये चिट्ठी महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को भी भेजी गई थी, जो कि लीक हो गई थी.
परमबीर सिंह ने अनिल देशमुख पर पुलिस से वसूली कराये जाने का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि सचिन वाजे को हर महीने 100 करोड़ रुपये वसूलने का टारगेट दिया गया था. यह वसूली हर पब और बार से की जानी थी.