
मुंबई पुलिस ने एक कपड़ा व्यापारी को अपहरण कर्ताओं से छुड़ाकर उन्हें सकुशल बरामद किया है, साथ ही मामले में तीन को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने किडनैप हुए व्यापारी को 12 घंटे बाद पुणे से सकुशल बचाया. सामने आया है कि 30 साल के कपड़ा व्यवसायी हेमंत कुमार रावल को 22 जुलाई को तीन लोगों ने मिलकर किडनैप किया था. पुलिस ने इस मामले में कपूरम घांची, प्रकाश पवार और गणेश पात्रा को गिरफ्तार किया है.
व्यापारिक विवाद में हुई किडनैपिंग
एलटी मार्ग पुलिस के मुताबिक, किडनैपिंग व्यापारिक विवाद के चलते की गई थी. कपूरम घांची ने हेमंत कुमार रावल के साथ मिलकर कपड़ा व्यवसाय शुरू किया था. घांची अहमदाबाद से रावल को कपड़ा सप्लाई करता था और रावल इसे पुणे में सप्लाई करता था. बता दें कि, रावल और मुख्य आरोपी कपूरी राम घांची, दोनों राजस्थान के सिरोही के रहने वाले हैं और एक-दूसरे से परिचित हुए और समय के साथ दोस्त बन गए.
घांची की पुणे के कोंढवा में दो दुकानें हैं, एक रेडीमेड कपड़ों की और दूसरी ड्रेस मटेरियल की. कोविड के दौरान, रावल का व्यवसाय चल नहीं पाया और वह वादे के अनुसार डिलीवरी नहीं दे सका. जब घांची इस बारे में फॉलो-अप करता था, तो वह उसकी कॉल को नजरअंदाज कर देता था और अपना फोन बंद कर देता था.
वारदात में चार अन्य को किया शामिल
घांची इससे चिढ़ गया और उसे पता चला कि रावल मुंबई में है और उसने पुणे के अन्य दोस्तों के साथ रावल का अपहरण करने की योजना बनाई. 21 जुलाई की सुबह, रावल अपने दोस्तों के साथ कालबादेवी में एक बार से लौटकर सड़क पर टहल रहे थे, तभी उन्हें जबरन कार में पुणे ले जाया गया. जांच अधिकारी एपीआई राहुल भंडारे ने कहा, "पीड़ित मुख्य आरोपी को नजरअंदाज कर रहा था, इसलिए वह उसका अपहरण करने के लिए चार और लोगों को ले कर आया था जो कि पुणे के लोकल लोग ही थे.
पुलिस ने जब्त की अपहरण में प्रयुक्त कार
उन्होंने सड़क पर उसकी पिटाई की और उसे कार में धकेल दिया. आरोपी महिंद्रा एक्सयूवी 700 में आए थे. पुलिस ने इसे जब्त कर लिया है. बकौल पुलिस पीड़ित के दोस्त ने पुलिस कंट्रोल रूम की हेल्पलाइन पर डायल किया और हमें सूचित किया. सीसीटीवी के माध्यम से हमने तुरंत कार की नंबर प्लेट देखी और पता चला कि यह पुणे में रजिस्टर्ड है. मालिक के बारे में जानकारी जुटाने के बाद हम मौके के लिए रवाना हो गए. चूंकि घटना दोपहर 1.50 बजे हुई, इसलिए हमने कार को रोकने के लिए सभी पुलिस जांच बिंदुओं को तुरंत सतर्क कर दिया, लेकिन दुर्भाग्य से वे उसे पार कर चुके थे. हमने घांची की फोन लोकेशन पुणे, कोंढवा में उसकी दुकान के परिसर में ढूंढी. इसके बाद 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारियां कर ली गईं."
तीन गिरफ्तार, 2 अन्य फरार
रावल को वहां से सुरक्षित बचा लिया गया. पिटाई से उसके चेहरे पर चोटें आईं हैं. अन्य आरोपियों की पहचान मोबाइल स्टोर के मालिक प्रकाश पवार और फूलों की दुकान के मालिक गणेश पात्रा के रूप में की गई है और अन्य दो फरार हैं. तीनों को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है और अपहरण, चोट पहुंचाने और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम के तहत बीएनएस धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है.