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ब्रिज के लिए शिवसेना के दो MPs ने लिखा था लेटर, प्रभु ने दी थी 11.86 Cr के बजट को मंजूरी

मुंबई में परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के बीच बने फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है. अब इस हादसे पर बड़ा खुलासा हुआ है. शिवसेना की ओर से दो सांसदों ने 2015-16 में इसी ब्रिज को चौड़ा करने के लिए चिट्ठी लिखी गई थी

रेलवे अधिकारियों के साथ ब्रिज के लिए मुआयना के लिए पहुंचे शिवसेना सांसद (फाइल) रेलवे अधिकारियों के साथ ब्रिज के लिए मुआयना के लिए पहुंचे शिवसेना सांसद (फाइल)
हिमांशु मिश्रा/बालकृष्ण/सिद्धार्थ तिवारी
  • मुंबई/नई दिल्ली ,
  • 29 सितंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:52 PM IST

मुंबई में शुक्रवार को परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के बीच बने फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है. अब इस हादसे पर बड़ा खुलासा हुआ है. शिवसेना की ओर से दो सांसदों अरविंद सावंत और राहुल श‍िवाले ने 2015-16 में इसी ब्रिज को चौड़ा करने के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसके जवाब में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि रेलवे के पास इसके लिए फंड नहीं है. उन्होंने कहा था कि ग्लोबल मार्केट में मंदी है, आपकी शिकायत तो सही है लेकिन अभी फंड की कमी है. हालांकि सरकार का कहना है कि सांसदों की बात तत्काल मान ली गई थी.

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सरकार की सफाई- नए ब्रिज बनाने की मिल चुकी है मंजूरी

केंद्र सरकार ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि नए फुटओवर ब्रिज के लिए निर्माण के लिए साल 2015 में ही मंजूरी दे दी गई थी और इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया अभी चल रही है. तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ही फुटओवर ब्रिज के निर्माण की मंजूरी दी है.सुरेश प्रभु ने ब्रिज के निर्माण के लिए 11.86 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. नया पुल 12 मीटर चौड़ा होगा. सांसदों के पत्र के बाद सुरेश प्रभु ने ही 2015 में इसके लिए बैठक बुलाई थी और इसे 2016-17 के रेल बजट में शामिल किया गया था.

शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने इसके लिए साल 2014 में एनडीए सरकार के पहले रेलमंत्री सदानंद गौड़ा को भी पत्र लिखा था. लेकिन तत्कालीन मंत्री ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया.

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शिवसेना सांसद राहुल शिवाले ने 23 अप्रैल 2015 को सुरेश प्रभु को पत्र लिखकर फुट ओवरब्रिज को चौड़ा करने की मांग की थी. इसके अलावा अन्य शिवसेना सांसद अरविंद सावंत ने भी फरवरी 2016 में प्रभु को चिट्ठी लिखकर मांग को दोहराया था. उस दौरान सुरेश प्रभु ने फंड की कमी और वैश्विक मंदी का हवाला देकर कहा था कि आपकी मांग जायज है लेकिन अभी फंड नहीं है इसलिए मदद नहीं की जा सकती है.

पत्र लिखने वाले सांसद राहुल शिवाले ने आजतक से कहा कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने तत्कालीन रेलमंत्री से लेकर संसद तक में मुद्दा उठाया था. लेकिन किसी ने भी इस मसले पर गंभीरता नहीं दिखाई थी. आज का ये हादसा रेलवे की लापरवाही का ही नतीजा है.

बता दें कि शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे मुंबई में परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना में 35 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि बारिश के कारण ओवर ब्रिज पर फिसलन थी, रेलिंग का हिस्सा टूटने से हादसा हुआ. हादसे की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने KEM अस्पताल में जाकर घायलों का हालचाल जाना. महाराष्ट्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है.

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