
मुंबई में शुक्रवार को परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के बीच बने फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ मचने के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है. अब इस हादसे पर बड़ा खुलासा हुआ है. शिवसेना की ओर से दो सांसदों अरविंद सावंत और राहुल शिवाले ने 2015-16 में इसी ब्रिज को चौड़ा करने के लिए चिट्ठी लिखी थी, जिसके जवाब में तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने कहा था कि रेलवे के पास इसके लिए फंड नहीं है. उन्होंने कहा था कि ग्लोबल मार्केट में मंदी है, आपकी शिकायत तो सही है लेकिन अभी फंड की कमी है. हालांकि सरकार का कहना है कि सांसदों की बात तत्काल मान ली गई थी.
सरकार की सफाई- नए ब्रिज बनाने की मिल चुकी है मंजूरी
केंद्र सरकार ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि नए फुटओवर ब्रिज के लिए निर्माण के लिए साल 2015 में ही मंजूरी दे दी गई थी और इसके लिए टेंडर की प्रक्रिया अभी चल रही है. तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ही फुटओवर ब्रिज के निर्माण की मंजूरी दी है.सुरेश प्रभु ने ब्रिज के निर्माण के लिए 11.86 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं. नया पुल 12 मीटर चौड़ा होगा. सांसदों के पत्र के बाद सुरेश प्रभु ने ही 2015 में इसके लिए बैठक बुलाई थी और इसे 2016-17 के रेल बजट में शामिल किया गया था.
पत्र लिखने वाले सांसद राहुल शिवाले ने आजतक से कहा कि इस मुद्दे को लेकर उन्होंने तत्कालीन रेलमंत्री से लेकर संसद तक में मुद्दा उठाया था. लेकिन किसी ने भी इस मसले पर गंभीरता नहीं दिखाई थी. आज का ये हादसा रेलवे की लापरवाही का ही नतीजा है.
बता दें कि शुक्रवार सुबह करीब 10.30 बजे मुंबई में परेल और एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन के फुटओवर ब्रिज पर भगदड़ के कारण 22 लोगों की मौत हो गई है. इस घटना में 35 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं. बताया जा रहा है कि बारिश के कारण ओवर ब्रिज पर फिसलन थी, रेलिंग का हिस्सा टूटने से हादसा हुआ. हादसे की जांच के आदेश दिए जा चुके हैं.
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने KEM अस्पताल में जाकर घायलों का हालचाल जाना. महाराष्ट्र सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया गया है.