
मुंबई में आज भी सुबह से बारिश हो रही है. कुर्ला, सायन, चेम्बूर, अंधेरी में तेज बारिश हो रही है. मौसम विभाग ने आज दिन भर बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. मानसून की पहली ही बारिश में मुंबई के बुर हाल हो गए थे. आज भी कई इलाकों में जल जमाव की आशंका जताई जा रही है.
मुंबई में बारिश के बीच हाईटाइड का भी अलर्ट है. शुक्रवार दोपहर 12 बजकर 54 मिनट पर मुंबई में हाई टाइड के आने की संभावना है. उस वक्त समुद्र में करीब साढ़े 4 मीटर ऊंची लहरें उठ सकती हैं.
महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश के अनुमान के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) के 15 दलों को विभिन्न हिस्सों में तैनात किया गया है. एनडीआरएफ के महानिदेशक एस एन प्रधान ने ट्वीट कर कहा कि 4 दलों को रत्नागिरी, 2-2 दलों को मुंबई, सिंधुदुर्ग, पालघर, रायगढ़ और ठाणे में तथा एक दल को कुर्ला में तैनात किया गया है.
बुधवार से शुरू हुई बारिश अभी तक जारी है. मौसम विभाग के मुताबिक, पिछले 24 घंटे के दौरान महाराष्ट्र के कोलाब में 23.4 मिलीमीटर और सांताक्रूज में 107.4 मिलीमीटर बारिश हुई है.
Maharashtra: Mumbai's Colaba received 23.4 mm rainfall while Santacruz witnessed 107.4 mm rain during the last 24 hours, says IMD Mumbai pic.twitter.com/0mnVFSdnBe
— ANI (@ANI) June 11, 2021भारी बारिश के कारण कई इलाके जल मग्न हो गए हैं. महाराष्ट्र में मुंबई के महीम इलाके में लगातार हो रही बारिश से जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई है.
Maharashtra: Waterlogging in Mahim area of Mumbai as the city continues to receive rainfall pic.twitter.com/T4o3AohMYi
— ANI (@ANI) June 11, 2021मुंबई में दक्षिण-पश्चिम मानसून के दस्तक देने से शहर में तथा उसके उपनगरों में बुधवार को भारी बारिश हुई जिससे सड़कों और रेल की पटरियों पर जलभराव हो गया था. साथ ही इस बारिश की वजह से उपनगरीय ट्रेन सेवाएं बाधित हो गई थी. मौसम विभाग ने मुंबई, पड़ोसी जिलों ठाणे, पालघर और रायगढ़ जिलों के लिए 'रेड अलर्ट' जारी करते हुए भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने भारी बारिश का अनुमान जताया है. एनडीआरएफ के एक दल में आमतौर पर 47 कर्मी होते हैं और उनके पास नौकाएं, लकड़ी-खंभे काटने के औजार और बारिश तथा बाढ़ से प्रभावित पीड़ितों के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट होती है.