
मुंबई के एलफिंस्टन रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ को लेकर एक बड़ा खुलासा हुआ है. दो दिन पहले इसी फुट ओवर ब्रिज पर हजारों यात्रियों की भीड़ की तस्वीर शेयर करते हुए फेसबुक पर एक शख्स ने खतरे की बात बताई थी. अगर रेलवे इसपर कोई एक्शन लेता तो आज इतने लोगों की जान नहीं जाती.
दो दिन पहले की फेसबुक पोस्ट
My medical mantra के सीनियर एडिटर संतोष आंधळे ने दो दिन पहले फेसबुक पर पोस्ट डाला था. इस पोस्ट में उन्होंने जिस फुट ओवर ब्रिज पर हादसा हुआ है उसी फुट ओवर ब्रिज पर हजारों यात्रियों की भीड़ की फोटो शेयर करते हुए सेंट्रल रेलवे से स्टेशन के हालात ठीक करने के लिए कहा था.
रेलवे अधिकारियों से की थी शिकायत
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस फुटओवर ब्रिज पर हमेशा भीड़ खतरे का कारण बनता रहा है. कई बार रेलवे अधिकारियों से लोगों ने शिकायत की थी और कुछ कदम उठाने को कहा था लेकिन कुछ किया नहीं गया. हमारी संवाददाता से एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि 'ये समस्या काफी पुरानी है. कई बार रेलवे अधिकारियों को स्थानीय लोगों ने जानकारी दी. हमेशा इस ब्रिज पर भीड़ रहती है. हमनें अधिकारियों को कहा था कि कुछ करें लेकिन कुछ किया नहीं गया.
वहीं एक अन्य स्थानीय नागरिक ने बताया कि पास में एक ब्रिज आधा बनाकर छोड़ दिया है. दफ्तर जाने के वक्त रोज भीड़ हो जाती है और हादसे का डर बना रहता था. हमने कई बार अधिकारियों को ये बात बताई थी लेकिन सिस्टम जागा नहीं.
एक अन्य चश्मदीद किशोर ठक्कर ने बताया कि 6 महीने पहले इस मामले में लेटर लिखा था. लेकिन किसी तरह का कोई कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि रेलवे प्रशासन को 10.34 मिनट पर हादसे की सूचना दी. लेकिन प्रशासन आधे घंटे के बाद आया. एक के ऊपर एक लाशे थीं, जिन्हें उठाकर हम लोगों ने गाड़ी में डाला. दूसरे चश्मदीद ने कहा कि रेलवे का ध्यान पब्लिक की तरफ है ही नहीं.