
महाराष्ट्र में नागपुर में बीते सोमवार को औरंगजेब की कब्र विवाद को लेकर हिंसा भड़क गई थी. जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इनमें से कई ऐसे हैं जो काम के लिए घर से निकले थे. लेकिन हिंसा का शिकार हो गए. इनके परिजनों को भी अब कुछ समझ नहीं आ रहा है और वे थाने व अस्पतालों के चक्कर काटने को मजबूर हैं. इसका दावा एक एजेंसी के हवाले से किया गया है.
दरअसल, महाराष्ट्र के नागपुर में औरंगजेब की कब्र को लेकर उपजे विवाद के बाद सोमवार देर रात को हिंसा हो गई थी. जिसमें कई लोग घायल हो गए थे. हालांकि, अब वहां पर शांति है और घटनास्थल पर बड़ी संख्या में पुलिस बलों की तैनाती कर दी गई है. इसी बीच नागपुर में हिंसा प्रभावित इलाकों के लोगों के रिश्तेदार यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके परिवार के सदस्य अस्पताल में कैसे पहुंचे.
यह भी पढ़ें: 'भाईचारे से रह रहे थे, इनको दुकान फोड़ने की क्या जरूरत...', नागपुर हिंसा पर छलका पीड़ितों का दर्द
घर से ट्रेन पकड़ने निकले इरफान अंसारी पहुंच गए अस्पताल
बड़े नवाज नगर के निवासी इमरान अंसारी अपने बड़े भाई इरफान अंसारी की गंभीर हालत को लेकर सदमे में हैं. पेशे से वेल्डर इरफान सोमवार रात करीब 11 बजे घर से निकले थे. वह नागपुर रेलवे स्टेशन से इटारसी के लिए रात 1 बजे की ट्रेन पकड़ने वाले थे. लेकिन वह ट्रेन नहीं पकड़ पाए और हिंसा में घायल हो गए.
इसी बीच परिवार को इंदिरा गांधी गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (आईजीजीएमसीएच) से एक कॉल आया. जिसमें बताया गया कि इरफान को एक दुर्घटना के बाद भर्ती कराया गया है. इमरान ने एक न्यूज एजेंसी को बताया कि उनके भाई के सिर में गंभीर चोटें आई हैं और पैर में फ्रैक्चर है. वह फिलहाल आईसीयू में हैं और उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही है.
हालांकि, स्थिति की गंभीरता के बावजूद, परिवार ने अभी तक पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. क्योंकि वे इरफान के इलाज पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं. स्टेशन तक की यात्रा के दौरान आखिर ऐसा क्या हुआ, जिससे इरफान को चोट लग गई. इस बारे में परिजन को कुछ नहीं पता है.
यह भी पढ़ें: क्या नागपुर हिंसा में शामिल लोग बाहर से आए थे? जानें सत्ता पक्ष के आरोपों पर क्या बोले पुलिस कमिश्नर रविंद्र सिंघल
सहरी के लिए दूध लेने निकला छात्र भी पहुंचा अस्पताल
इसी तरह के एक मामले में 12वीं कक्षा का कॉमर्स का छात्र 17 वर्षीय रजा यूनुस खान एक निजी अस्पताल में अपनी जिंदगी के लिए संघर्ष कर रहा है. मोमिनपुरा के पास गार्ड लाइन के निवासी खान को उसकी मां ने सुबह की सहरी के लिए दूध और दही खरीदने के लिए रात करीब 10:30 बजे भेजा था. बाद में उसे रात करीब 11:30 बजे आईजीजीएमसीएच से फोन आया. जिसमें बताया गया कि उसके बेटे को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
रजा यूनुस खान की मां ने बताया कि उसका बेटा हिंसा से प्रभावित हंसपुरी में दूध खरीदने गया था. उसे आईजीजीएमसीएच से सुबह करीब 11.30 बजे फोन आया कि खान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. खान को बाद में एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां वह वेंटिलेटर पर है. उनके परिवार को भी अपने इलाके में हिंसक स्थिति के बारे में पता नहीं है और उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि उनके बेटे को इतनी गंभीर चोटें कैसे आईं.
उन्होंने कहा कि लकड़गंज पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने उसका बयान दर्ज किया है. आपको बता दें कि सोमवार को शाम करीब 7.30 बजे मध्य नागपुर के महल इलाके में हिंसा भड़क उठी, जिसमें पुलिस पर पत्थर फेंके गए.