
बॉम्बे हाई कोर्ट ने बुधवार को जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल के वकीलों को एक हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया, जिसमें यह बताया गया हो कि उन्हें किन मेडिकल प्रक्रियाओं से गुजरना है. उन्हें आवश्यक समय अवधि के बारे में भी बताना होगा, जिसके लिए गोयल के वकील उनकी अंतरिम मेडिकल बेल को चार हफ्तों के लिए बढ़ाने की मांग कर रहे हैं.
एंजाइटी से जूझ रहे हैं नरेश गोयल
गोयल की ओर से पेश वकील आबाद पोंडा और अमीत नाइक ने कहा कि उन्होंने हाल ही में अपनी पत्नी को खोया है और वह डिप्रेशन में हैं. डॉक्टर का कहना है कि उन्हें सुसाइड के थॉट्स आ रहे हैं. पोंडा ने कहा, 'नरेश गोयल को लगता है कि उनके साथ भी वही होगा जो उनकी पत्नी के साथ हुआ. वह एंजाइटी से जूझ रहे हैं और उन्हें सोने के लिए मेडिकल हेल्प की जरूरत है.'
उन्होंने कहा कि डॉक्टरों का कहना है कि गोयल को अपने घर पर ही रहना चाहिए, जहां वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ कम से कम छह महीने आराम कर सकें क्योंकि आने वाले समय में उनकी कैंसर सर्जरी होनी है. पोंडा ने बताया कि अदालत पहले ही कह चुकी है कि गोयल कैंसर से पीड़ित हैं और अब उन्हें कुछ सर्जिकल प्रक्रियाओं से गुजरना होगा.
कोर्ट ने दिया हलफनामा दायर करने का निर्देश
हालांकि, प्रवर्तन निदेशालय की ओर से कोर्ट में पेश हुए वकील हितेन वेनेगांवकर और आयुष केडिया ने कहा कि एजेंसी को तीन हफ्ते राहत बढ़ाए जाने पर कोई आपत्ति नहीं है. वेनेगांवकर ने कहा, 'कोर्ट यह जानता है कि आजकल मेडिकल सर्टिफिकेट कैसे दिए जाते हैं. लिहाजा टाटा मेमोरियल कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों से इनकी जांच कराई जाए.'
दोनों पक्षों को सुनने के बाद, जस्टिस जमादार ने पोंडा और नाइक को हलफनामा दायर करने का निर्देश दिया. अदालत ने संकेत दिया कि अंतरिम जमानत का विस्तार अनिश्चितकाल तक नहीं हो सकता है.
अंतरिम जमानत बढ़ाने के लिए पहुंचे थे हाई कोर्ट
जेट एयरवेज के संस्थापक नरेश गोयल ने मेडिकल ग्राउंड पर मिली अंतरिम जमानत की अवधि बढ़ाने के लिए बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. उन्हें 6 मई को कोर्ट से राहत मिली थी और उनकी अंतरिम जमानत की अवधि 6 जुलाई को खत्म हो रही है. इस तारीख को सरेंडर करने से पहले उन्होंने जमानत अवधि को बढ़ाने के लिए याचिका दायर की है.