
महाराष्ट्र के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर में बीते साल की तरह इस साल भी दूसरे समुदाय के युवकों के जबरन घुसने का मामला सामने आया है. दो दिन पहले की इस घटना का वीडियो वायरल होने के बाद महाराष्ट्र सरकार एक्शन में आ गई है.
इस मामले में नासिक पुलिस ने एक एफआईआर दर्ज की है तो वहीं महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले की जांच एसआईटी से कराने के आदेश दे दिए हैं. आदेश के मुताबिक, एडीजी रैंक के अधिकारी इस मामले में जांच करेंगे. वहीं बीते साल भी ऐसी ही कोशिश की गई थी, उस मामले में भी एसआईटी जांच करेगी.
पुलिस ने 5 युवकों को किया गिरफ्तार
वहीं इस मामले में नासिक पुलिस ने पांच युवकों को हिरासत में लिया है. नासिक के आईजी बीजी शेखर ने बताया कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन घुसने के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया है. यह घटना बीती 13 मई की है. मंदिर ट्रस्ट की ओर से पुलिस को जानकारी दी गई थी कि 10-12 युवक जबरन मंदिर में घुस गए. उनके पास हरी चादर और फूलों के गुच्छे थे.
पहली बार नहीं हुई ऐसी घटना
यह पहली बार नहीं है, जब किसी गैर हिंदू समुदाय के लोगों ने त्र्यंबकेश्वर मंदिर के अंदर घुसने की कोशिश की हो. इससे पहले भी ऐसी कोशिश हो चुकी है. दरअसल बीते साल एक खास समुदाय के लोगों ने मंदिर के मुख्य द्वार से अंदर जाने की कोशिश की थी. इस घटना की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया था.